परिवहन निगम में आउटसोर्स बस कंडक्टरों के भी होंगे परस्पर तबादले, 10 हजार से ज्यादा कर्मियों को मिलेगा फायदा
नई व्यवस्था से प्रभावित नहीं होगा बसों का संचालन बढ़ेगी रोडवेज की आय
लखनऊ। परिवहन विभाग में अब आउटसोर्स के आधार पर तैनात परिचालकों के भी परस्पर तबादले होंगे। इस फैसले से 10 हजार से ज्यादा परिचालकों को फायदा मिलेगा। साथ ही परिचालकों की अनुपस्थिति से बस संचालन प्रभावित नहीं होगा और परिवहन निगम की आय भी बढ़ेगी।
प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि आउटसोर्स परिचालकों को निर्धारित मापदंड व शर्तों के अधीन डिपो स्तर पर नियुक्त किया जाता है। अब तक की व्यवस्था में जिस डिपो में उनकी तैनाती होती थी, वहीं पर उन्हें सेवाएं देनी होती थीं। पर, अब इनका परस्पर तबादला हो सकेगा। इससे दूरस्थ जिलों में कार्यरत परिचालकों को अपने गृह जिले या आसपास के क्षेत्रbमें सेवा देने की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने बताया कि गृह जिले से दूर तैनाती होने से ज्यादातर परिचालक अवकाश पर चले जाते थे या अनुपस्थित हो जाते थे। इससे निगम को बस संचालन में दिक्कत होती थी और आर्थिक हानि भी होती थी। लेकिन, परस्पर तबादले की व्यवस्था लागू होने से बसों का संचालन प्रभावित नहीं होगा और निगम की आय भी बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि जिन आउटसोर्स परिचालकों की सेवा छह माह अथवा 30 हजार किमी की यात्रा हो चुकी है, वे तबादले के लिए आवेदन कर सकेंगे।