Searching...
Monday, March 17, 2025

Updated Income Tax Return 2025: ध्यान दें! अपडेटेड आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2025

Updated Income Tax Return 2025: ध्यान दें! अपडेटेड आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2025 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फाइनेंस एक्ट 2022 के तहत करदाताओं को यह सहूलियत दी कि वे दो साल के अंदर अपने दाखिल किए गए आईटीआर को संशोधित कर दोबारा फाइल कर सकते हैं.

नई दिल्ली: अपडेट इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख करीब आ चुकी है. ऐसे में जो टैक्सपेयर्स पिछले दो साल के लिए अपडेट रिटर्न भरना चाहते हैं. उनके लिए यह खबर बेहद जरूरी है. दरअसल, अपडेटेड आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2025 है. ऐसे में टैक्सपेयर्स को इस तारीख से पहले अपना रिटर्न जरूर फाइल कर लेना चाहिए.


अतिरिक्त टैक्स का करना होगा भुगतान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फाइनेंस एक्ट 2022 के तहत करदाताओं को यह सहूलियत दी कि वे दो साल के अंदर अपने दाखिल किए गए आईटीआर को संशोधित कर दोबारा फाइल कर सकते हैं. ऐसे में अगर आप भी असेसमेंट ईयर 2022-23 या फाइनेंशियल ईयर 2021-22के लिए अपना रिटर्न अपडेट करना चाहते हैं, उन्हें 31 मार्च, 2025 इसे फाइल करना होगा. हालांकि, अपडेटेड रिटर्न दाखिल करने के लिए नए प्रावधानों के मुताबिक अतिरिक्त टैक्स का भुगतान करना होगा.


किन परिस्थितियों में फाइल कर सकते हैं अपडेटेड ITR?
टैक्सपेयर्स कई परिस्थितियों में अपडेटेड आईटीआर फाइल कर सकते हैं. हालांकि कुछ अपवाद मामले हैं, जिनमें रिटर्न दाखिल करने की अनुमति नहीं है. बता दें कि अपडेट आईटीआर को वे टैक्सपेयर्स भी दाखिल कर सकते हैं, जिन्होंने पहले धारा 139 (3) के तहत नुकसान का दावा किया था.

सरकार इस इस नियम को टैक्सपेयर्स के लिए बिना किसी पेनाल्टी या कानूनी नतीजों का सामना किए बिना अपने टैक्स फाइलिंग में अनुपालन और सटीकता सुनिश्चित करने का मौका देती है.

इन परिस्थितियों में नहीं फाइल किया जा सकता अपडेटेड आईटीआर?
बता दें कि कुछ ऐसी परिस्थितियां हैं, जिनमें अपडेटेड इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल नहीं किया जा सकता है. आइए जानते हैं.

1.संशोधित आय के परिणामस्वरूप टैक्स लायबिल्टी कम होने पर अपडेटेड आईटीआर नहीं फाइल किया जा सकता है.

2. अगर अपडेटेड रिटर्न फाइल करने पर टैक्स वापसी या हायर रिटर्न प्राप्त होता है तो इसे नहीं दाखिल किया जा सकता है.

3.अगर किसी टैक्सपेयर्स पर करदाता टैक्स अधिकारियों की ओर से जांच की जा रही है तो वह अपडेटेड रिटर्न नहीं फाइल कर सकता है.

4. अगर इनकम टैक्स डिपॉर्टमेंट की ओर से डॉक्यूमेंट्स जब्त किए जाने या मांग लिए जाने पर भी इसे नहीं दाखिल किया जा सकता है.


संबन्धित खबरों के लिए क्लिक करें

GO-शासनादेश NEWS अनिवार्य सेवानिवृत्ति अनुकम्पा नियुक्ति अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण अवकाश आधार कार्ड आयकर आरक्षण आवास उच्च न्यायालय उच्चतम न्यायालय उच्‍च शिक्षा उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड उपभोक्‍ता संरक्षण एरियर एसीपी ऑनलाइन कर कर्मचारी भविष्य निधि EPF कामधेनु कारागार प्रशासन एवं सुधार कार्मिक कार्यवाही कृषि कैरियर कोर्टशाला कोषागार खाद्य एवं औषधि प्रशासन खाद्य एवम् रसद खेल गृह गोपनीय प्रविष्टि ग्रामीण अभियन्‍त्रण ग्राम्य विकास ग्रेच्युटी चतुर्थ श्रेणी चयन चिकित्सा चिकित्सा प्रतिपूर्ति चिकित्‍सा एवं स्वास्थ्य छात्रवृत्ति जनवरी जनसुनवाई जनसूचना जनहित गारण्टी अधिनियम धर्मार्थ कार्य नकदीकरण नगर विकास निबन्‍धन नियमावली नियुक्ति नियोजन निर्वाचन निविदा नीति न्याय न्यायालय पंचायत चुनाव 2015 पंचायती राज पदोन्नति परती भूमि विकास परिवहन पर्यावरण पशुधन पिछड़ा वर्ग कल्‍याण पीएफ पुरस्कार पुलिस पेंशन प्रतिकूल प्रविष्टि प्रशासनिक सुधार प्रसूति प्राथमिक भर्ती 2012 प्रेरक प्रोबेशन बजट बर्खास्तगी बाट माप बेसिक शिक्षा बैकलाग बोनस भविष्य निधि भारत सरकार भाषा मंहगाई भत्ता मत्‍स्‍य महिला एवं बाल विकास माध्यमिक शिक्षा मानदेय मानवाधिकार मान्यता मुख्‍यमंत्री कार्यालय युवा कल्याण राजस्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य सम्पत्ति राष्ट्रीय एकीकरण रोक रोजगार लघु सिंचाई लोक निर्माण लोक सेवा आयोग वरिष्ठता विकलांग कल्याण वित्त विद्युत विविध विशेष भत्ता वेतन व्‍यवसायिक शिक्षा शिक्षा शिक्षा मित्र श्रम संवर्ग संविदा संस्‍थागत वित्‍त सचिवालय प्रशासन सत्यापन सत्र लाभ सत्रलाभ समन्वय समाज कल्याण समाजवादी पेंशन समारोह सर्किल दर सहकारिता सातवां वेतन आयोग सामान्य प्रशासन सार्वजनिक उद्यम सार्वजनिक वितरण प्रणाली सिंचाई सिंचाई एवं जल संसाधन सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सूचना सेवा निवृत्ति परिलाभ सेवा संघ सेवानिवृत्ति सेवायोजन सैनिक कल्‍याण स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण होमगाडर्स