Income Tax TDS Notice : टीडीएस से जुड़े नोटिस को समझ कर उसका जवाब अवश्य दें, जानिए! कैसे दें इनकम टैक्स नोटिस का जवाब?
इन दिनों बहुत से करदाताओं को टीडीएस कटौती में विसंगति यानी टीडीएस मिसमैच के नोटिस मिल रहे हैं। ऐसा अक्सर इसलिए होता है, क्योंकि कई बार टीडीएस कटौती की सटीक जानकारी फॉर्म 26एएस या आयकर विभाग के पास सही तरीके से अपडेट नहीं होती है। ऐसी स्थिति में स्पष्टीकरण के लिए करदाता को नोटिस जारी कर दिया जाता है।
अगर किसी करदाता को यह नोटिस मिला है तो इसे नजरअंदाज न करें। ऐसा करने पर जुर्माना लग सकता है या अधिक कर चुकाना पड़ सकता है। करदाता को चाहिए कि वह इस नोटिस का जवाब समय पर और उचित तरीके से दे। अगर उसकी तरफ से कोई गलती नहीं हुई है तो आयकर विभाग स्पष्टीकरण को स्वीकार कर लेता है।
Income Tax TDS Notice : आयकर विभाग का नोटिस आने पर कैसे देना होता है जवाब, टैक्सपेयर्स जान लें जरूरी बात
Income Tax Notice : इनकम टैक्स नोटिस की बाढ़ हालिया समय में बढ़ गई है। यदि आपको नोटिस मिला है, तो इसकी वजहें जैसे उच्च आय, गलत विवरण, या निर्दिष्ट दस्तावेज़ों की कमी हो सकती हैं। ऐसे में आज हम आपको अपनी इस खबर में ये बताने जा रहे है कि आखिर आयकर विभाग का नोटिस आने पर आपको कैसे जवाब देना होता है-
Income Tax Notice : आयकर विभाग का नोटिस आने पर कैसे देना होता है जवाब, टैक्सपेयर्स जान लें जरूरी बात
HR Breaking News, Digital Desk- (Income Tax Notice) भारत में इनकम टैक्स नोटिसों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जो टैक्सपेयर्स के लिए चिंता का कारण बन गया है। ये नोटिस (notice) दोषपूर्ण रिटर्न से लेकर अतिरिक्त टैक्स मांगने तक के मामलों पर केंद्रित हैं। इस प्रक्रिया ने व्यक्तिगत टैक्सपेयर्स के बीच भ्रम और अनिश्चितता पैदा कर दी है, जिससे लोग अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर परेशान हैं।
इन नोटिसों में वृद्धि का कारण मुख्य रूप से इनकम टैक्स विभाग द्वारा अनुपालन पर अधिक ध्यान दिया जाना तथा वित्तीय रिपोर्टिंग में विसंगतियों (anomalies) की पहचान करने के उसके प्रयासों के कारण है। इनकी कई वजहें हो सकती हैं।
गलत इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करना-
इनकम टैक्स (Income tax) नोटिस प्राप्त करने का सबसे आम कारण गलत टैक्स-रिटर्न फॉर्म का चयन करना है। व्यक्तियों के लिए चार फॉर्म ITR 1, ITR 2, ITR 3 और ITR 4 हैं। पूंजीगत लाभ या फ्यूचर एवं ऑप्सन्स (F&O) ट्रेडिंग से पहली बार आय प्राप्त करने वाले कई टैक्सेयर गलती से ITR 2 या ITR 3 के बजाय ITR 1 या ITR 4 का उपयोग करते हैं। इससे ऐसी आय का खुलासा नहीं हो पाता है, जिसके परिणामस्वरूप दोषपूर्ण-रिटर्न नोटिस प्राप्त होते हैं।
फॉर्म 26AS से मेल न खाना-
जून 2024 में फॉर्म 26AS के डेटा का उपयोग करके अपना रिटर्न दाखिल करने वाले टैक्सपेयर्स को अब आय डिटेल में मेल न खाने के कारण नोटिस मिल रहे हैं। कुछ टैक्सपेयर (taxpayer) फॉर्म 26AS में दिए गए डिटेल के साथ अपनी वास्तविक आय की जांच करने में विफल रहे, जो उस समय वित्त वर्ष 24 की अंतिम तिमाही (जनवरी से मार्च) से उनकी आय को नहीं दर्शा सकता था। इसके कारण अंडररिपोर्टिंग और बाद में डिमांड नोटिस की स्थिति पैदा हुई है।
नॉन टैक्सेबल गिफ्ट-
निर्दिष्ट रिश्तेदारों से प्राप्त गिफ्ट इनकम टैक्स से मुक्त होते हैं। वर्तमान में इनकम टैक्स प्रपत्रों में इन नन टैक्सेबल गिफ्ट को घोषित करने का प्रावधान नहीं है, जिससे नियमों में असंगति उत्पन्न होती है। हालांकि, कुछ व्यक्तियों को ऐसे उपहारों पर टैक्स का भुगतान न करने के विरुद्ध डिमांड नोटिस (demand notice) प्राप्त हुए हैं। यह स्थिति रिपोर्टिंग प्रक्रिया की खामियों को दर्शाती है और इसे स्पष्टता की आवश्यकता है।
रिवाइज्ड रिटर्न प्रोसेस्ड-
कुछ टैक्सपेयर्स ने अपनी मूल फाइलिंग में त्रुटियों का पता लगाकर संशोधित रिटर्न दाखिल किया है, जिसके चलते उन्हें मूल रिटर्न पर आधारित नोटिस प्राप्त हुए हैं। यह नोटिस आमतौर पर इसलिए जारी किए जाते हैं क्योंकि संशोधित रिटर्न अभी तक प्रोसेस नहीं हुआ है या क्योंकि टैक्सपेयर को स्वचालित क्वेरी के लिए अतिरिक्त सत्यापन की आवश्यकता होती है। इस प्रक्रिया में टैक्सपेयर (taxpayer) को सही जानकारी प्रदान करनी होती है।
जानिए! कैसे दें इनकम टैक्स नोटिस का जवाब-
नोटिस की पुष्टि करें-
इनकम टैक्स विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल (E-filing Portal) पर ‘पेंडिंग एक्शन’ टैब के अंतर्गत नोटिस की प्रामाणिकता की पुष्टि करें। यह विशेष रूप से जरूरी है क्योंकि व्यापक फ़िशिंग घोटाले, विशेष रूप से टैक्स रिफंड से संबंधित हैं।
नोटिस के प्रकार को समझें-
इनकम टैक्स अधिनियम (Income tax act) की विभिन्न धाराओं के तहत नोटिस जारी किए जाते हैं, और प्रत्येक के लिए एक विशिष्ट प्रतिक्रिया की जरुरत होती है। उदाहरण के लिए सेक्शन 139(9) दोषपूर्ण रिटर्न से संबंधित है, जबकि सेक्शन 143(1) प्रसंस्करण त्रुटियों से संबंधित है। नोटिस के प्रकार की पहचान करने से जरूरी कार्रवाई निर्धारित करने में मदद मिलती है।
समय पर प्रतिक्रिया दर्ज करें-
प्रत्येक नोटिस के साथ एक विशिष्ट प्रतिक्रिया समय सीमा होती है। उदाहरण के लिए दोषपूर्ण रिटर्न नोटिस में आमतौर पर सुधार के लिए 15 दिन का समय दिया जाता है, जबकि डिमांड नोटिस में आमतौर पर प्रतिक्रिया देने के लिए 30 दिन का समय दिया जाता है। दंड, ब्याज शुल्क या कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए इन समय सीमाओं को पूरा करना महत्वपूर्ण है। निर्धारित समय के भीतर जवाब देना अनुपालन और कर अधिकारियों के साथ सहयोग करने की इच्छा को दर्शाता है।
संशोधित रिटर्न दाखिल करके त्रुटियों को सुधारें-
अगर किसी नोटिस में त्रुटियों या चूक को उजागर किया गया है, तो रिवाइज्ड रिटर्न दाखिल करके या आवश्यक जानकारी प्रदान करके उन्हें सुधारें। उदाहरण के लिए दोषपूर्ण रिटर्न के लिए सेक्शन 139(9) के तहत जारी किए गए नोटिस को त्रुटियों को ठीक करके और निर्धारित 15-दिन की अवधि के भीतर फिर से दाखिल करके संबोधित किया जा सकता है।
अतिरिक्त टैक्स का भुगतान करें-
जब नोटिस में कम रिपोर्ट की गई आय या विसंगतियों के कारण अतिरिक्त कर की मांग होती है, तो तुरंत सही राशि की गणना करें और भुगतान करें, जिसमें लागू ब्याज भी शामिल करें। ध्यान दें कि ऐसे मामलों में रिवाइज्ड रिटर्न दाखिल करना आवश्यक नहीं है। इसके बजाय, बकाया मांग का जवाब आप ई-फाइलिंग पोर्टल के डैशबोर्ड पर पेंडिंग कार्रवाई (Pending action on the dashboard of e-filing portal) टैब के तहत सीधे दे सकते हैं। सही तरीके से प्रक्रिया करें।