होली से पहले होने वाली महंगाई भत्ते में 2% की बढ़ोतरी होने की उम्मीद
09 मार्च 2025
होली से पहले होने वाली डीए बढ़ोतरी में केंद्र सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 2% की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। इसके बाद महंगाई भत्ता मूल वेतन का 53 से 55 प्रतिशत हो जाएगा। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक में लिया जाएगा।
बता दें कि होली का त्योहार 14 मार्च 2025 को है। अक्टूबर 2024 में हुई पिछली डीए बढ़ोतरी में केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 1 जुलाई 2024 से 3 प्रतिशत की डीए बढ़ोतरी मिली थी। बढ़ोतरी के बाद डीए मूल वेतन के 50 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गया था।
पेंशनभोगियों को भी महंगाई राहत में इतनी ही बढ़ोतरी मिली। बता दें कि डीए सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता है, जबकि डीआर पेंशनभोगियों को दिया जाता है।
महंगाई भत्ते में होली से पहले वृद्धि की उम्मीद, अगली कैबिनेट बैठक में मंजूरी की उम्मीद
07 मार्च 2025
नई दिल्ली । केंद्र सरकार अगले हफ्ते होने वाली कैबिनेट बैठक में महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में बढ़ोतरी की घोषणा कर सकती है। होली से पहले सरकार के इस फैसले से 1.2 करोड़ से अधिक सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को फायदा होगा।
गौरतलब है कि सरकार हर साल जनवरी और जुलाई में महंगाई भत्ते में संशोधन करती है, हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा कुछ समय बाद होती है। आमतौर पर जनवरी में होने वाली बढ़ोतरी की घोषणा होली से पहले, जबकि जुलाई की बढ़ोतरी दिवाली के आसपास की जाती है। यह भत्ता कर्मचारियों की क्रय क्षमता बनाए रखने में मदद करता है।
जानिए! कर्मचारियों को पहली छमाही में DA बढ़ोत्तरी का लाभ कब मिलेगा? होली के आसपास घोषणा की उम्मीद
03 मार्च 2025
नई दिल्ली। केंद्रीय कर्मचारियों को एक तरफ आठवें वेतन आयोग की सिफारिशों का इंतजार है। दूसरी ओर कर्मचारी साल की पहली छमाही के डीए यानी महंगाई भत्ते को लेकर भी इंतजार कर रहे हैं। दरअसल, साल की पहली छमाही यानी जनवरी से जून तक की अवधि के महंगाई भत्ते पर फैसला होने वाला है। अब तक के पैटर्न को देखें तो हर साल मार्च के महीने में इस पर फैसला हो जाता है। सरकार होली के आसपास इसका ऐलान करती है। ऐसे में इस बार भी भत्ते में बढ़ोतरी का ऐलान होली से पहले होने की संभावना है। बता दें कि देशभर में होली का त्योहार 14 मार्च 2025 को मनाया जाएगा। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि होली से पहले होने वाली कैबिनेट बैठक में इस पर मुहर लगाई जा सकती है।
कितना बढ़ेगा डीए
केंद्र सरकार महंगाई भत्ते में 2 से 3 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो केंद्रीय कर्मचारियों का भत्ता 56 फीसदी तक हो सकता है। बता दें कि अक्टूबर 2024 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को जुलाई छमाही के महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की 3 प्रतिशत की अतिरिक्त किस्त को मंजूरी दी थी। इससे पहले भत्ता 50 प्रतिशत था। बता दें कि सरकार केंद्रीय कर्मचारियों को साल में 2 बार भत्ता देती है। ये छमाही आधार पर तय होता है। ये भत्ता बेसिक सैलरी के हिसाब से दिया जाता है। यह भत्ता सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के हिसाब से दिया जाता है।
8वें वेतन आयोग की सिफारिशों का इंतजार
अब केंद्रीय कर्मचारियों को आठवें वेतन आयोग की सिफारिशों का इंतजार है। इसी साल जनवरी महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन और पेंशनभोगियों के भत्तों में संशोधन के लिए आठवें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी थी। इस कदम से केंद्र सरकार के लगभग 50 लाख कर्मचारियों और करीब 65 लाख पेंशनधारकों को लाभ होगा। बता दें कि सातवें वेतन आयोग का गठन 2014 में किया गया था और इसकी सिफारिशें एक जनवरी, 2016 से लागू हुई थीं। इसकी अवधि 2026 में समाप्त हो रही है।
महंगाई भत्ते में दो फीसदी की बढ़ोतरी तय, जनवरी 2025 के वेतन से होगा देय, अभी 53 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा
आमतौर पर तीन से चार प्रतिशत होती रही है बढ़ोतरी
20 फरवरी 2025
प्रयागराज। महंगाई भत्ते में दो फीसदी की बढ़ोतरी तय हो गई है। इसका लाभ जनवरी के वेतन व पेंशन में मिलेगा। इससे एक करोड़ से अधिक केंद्रीय राज्य कर्मचारी व पेंशनर्स लाभान्वित होंगे। ऐसा साढ़े छह साल बाद हो रहा है, जब महंगाई भत्ते में मात्र दो फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है। आमतौर पर तीन से चार प्रतिशत की वृद्धि होती रही है।
वेतन व पेंशन निर्धारण के जानकार एजी ब्रदरहुड के अध्यक्ष रहे हरशिंकर तिवारी के अनुसार जनवरी 2024 का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक 400.032, फरवरी का 400.896, मार्च का 400.032, अप्रैल का 401.472, मई का 402.912, जून का 407.232, जुलाई का 410.976, अगस्त का 410.688, सितंबर का 412.704, अक्तूबर का 416.160, नवंबर का 416.160 और दिसंबर का 413.856 अंक रहा।
इस तरह से औसत सूचकांक 407.76 अंक रहा। फॉर्मूले के तहत इस औसत सूचकांक पर महंगाई भत्ता 55.99 प्रतिशत बनता है। लेकिन, सिर्फ पूर्णांक के अंक के बराबर ही महंगाई भत्ता देय होगा। ऐसे में जुलाई के वेतन से 55 फीसदी महंगाई भत्ता देय होगा।
हरिशंकर तिवारी का कहना है कि अभी कर्मचारियों को 53 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। इस तरह से दो फीसदी की बढ़ोतरी होगी, जो एक जनवरी 2025 से देय होगी। इसका लाभ सभी केंद्रीय राज्य कर्मियों व पेंशनर्स को होगा।
इससे पहले जुलाई 2018 में हुई दो प्रतिशत की वृद्धि :
महंगाई भत्ते में मात्र दो फीसदी की बढ़ोतरी इससे पहले जुलाई 2018 में हुई थी। इस तरह से साढ़े छह साल बाद दो प्रतिशत की वृद्धि होगी। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जुलाई 2017 में महंगाई भत्ता में महज एक प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इसके बाद जनवरी 2018 व जुलाई 2018 दोनों बार दो प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। वहीं, जुलाई 2019 में महंगाई भत्ते में सबसे अधिक पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। अन्यथा, इस दौरान तीन या चार फीसदी की ही बढ़ोतरी हुई है।
पूर्णांक के अंक को ही जोड़े जाने से कर्मचारियों को हुआ नुकसान : महंगाई भत्ते में सिर्फ पूर्णांक के अंक लिए जाते हैं। इससे कर्मचारियों को महंगाई भत्ता में 0.99 यानी एक प्रतिशत की कमी का नुकसान उठाना होगा। इतना ही नहीं, दिसंबर या अन्य किसी महीने में उपभोक्ता सूचकांक में महज दो अंकों की वृद्धि हो जाती, तब भी निर्धारित फॉर्मूले के तहत कुल महंगाई भत्ता 56 फीसदी से अधिक हो जाता। यानी महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी तीन फीसदी की होती।