EPFO pensioners withdraw pension from any bank
गुड न्यूज! अब किसी भी बैंक से पेंशन निकाल सकेंगे EPFO के पेंशनधारक, 68 लाख से ज्यादा को होगा फायदा
CPPS के तहत, लाभार्थी किसी भी बैंक से पेंशन निकाल सकेंगे और पेंशन शुरू होने के समय सत्यापन के लिए बैंक जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
Pension News: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के पेंशनधारक अब किसी भी बैंक से पेंशन निकल सकेंगे। EPFO ने देशभर में अपने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में केंद्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली (CPPS) लागू करने का काम पूरा कर लिया है। श्रम मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इससे 68 लाख से अधिक पेंशनधारकों को फायदा होगा।
मंत्रालय ने कहा कि कि CPPS मौजूदा पेंशन वितरण प्रणाली से एक आदर्श बदलाव है, जो डिसेंट्रलाइज है। इसमें EPFO का प्रत्येक क्षेत्रीय/क्षेत्रीय कार्यालय केवल तीन-चार बैंकों के साथ अलग-अलग समझौते करता है। CPPS के तहत, लाभार्थी किसी भी बैंक से पेंशन निकाल सकेंगे और पेंशन शुरू होने के समय सत्यापन के लिए बैंक जाने की आवश्यकता नहीं होगी। राशि जारी होने पर तुरंत जमा कर दी जाएगी।
बयान में कहा गया है कि जनवरी, 2025 से CPPS प्रणाली पूरे भारत में पेंशन का वितरण सुनिश्चित करेगी तथा पेंशनधारकों के किसी अन्य स्थान पर जाने या उनके द्वारा अपना बैंक या शाखा बदलने के बावजूद पेंशन भुगतान आदेश (PPO) को एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय में ट्रांसफर करने की जरूरत नहीं होगी। इससे उन पेंशनभोगियों को बड़ी राहत मिलेगी जो रिटायरमेंट के बाद अपने गृहनगर चले जाते हैं।
सफल रहे पायलट प्रोजेक्ट
मंत्रालय ने बयान में कहा कि CPPS की पहली पायलट परियोजना पिछले साल अक्टूबर में करनाल, जम्मू और श्रीनगर क्षेत्रीय कार्यालयों में पूरी हो गयी थी। इसमें 49,000 से अधिक EPS पेंशनधारकों को लगभग 11 करोड़ रुपये की पेंशन वितरित की गई थी। बयान के अनुसार, दूसरी पायलट परियोजना नवंबर में 24 क्षेत्रीय कार्यालयों में शुरू किया गया था, जहां 9.3 लाख से अधिक पेंशनधारकों को लगभग 213 करोड़ रुपये की पेंशन वितरित की गई।
बयान में कहा गया कि पेंशन सेवाओं को बढ़ाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने दिसंबर में कर्मचारी पेंशन योजना 1995 के तहत नए CPPS को पूर्ण स्तर पर लागू किया। दिसंबर, 2024 के लिए EPFO के सभी 122 पेंशन वितरण क्षेत्रीय कार्यालयों से संबंधित 68 लाख से अधिक पेंशनधारकों को लगभग 1,570 करोड़ रुपये की पेंशन वितरित की गई।