संपत्ति का ब्योरा देने के लिए बढ़ सकती है समयसीमा, अब तक 72 फीसदी कर्मियों ने ही दिया ब्योरा
03 फरवरी 2025
लखनऊ। राज्य कर्मियों की ओर से मानव संपदा पोर्टल पर संपत्ति का ब्योरा देने के लिए समयसीमा बढ़ सकती है। इसके लिए घोषित अंतिम तिथि 31 जनवरी तक 72 फीसदी कर्मियों ने ही ब्योरा दिया है। वहीं, शासन के उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि कहीं से शिकायत आई तो संपत्ति की गलत जानकारी देने वाले राज्यकर्मी फंस सकते हैं।
प्रदेश में राज्य कर्मियों की कुल संख्या 8.32 लाख है। नियुक्ति विभाग के अनुसार, 31 जनवरी की रात 8 बजे तक 6 लाख कर्मचारियों व अधिकारियों ने पोर्टल पर संपत्ति का ब्योरा अपलोड कर दिया था। सूत्रों के मुताबिक, संपत्ति का ब्योरा शत-प्रतिशत कर्मियों से लेने के लिए 8-15 दिन का मय और मिल सकता है।
सिर्फ 52% राज्यकर्मियों ने दिया संपत्ति का ब्योरा, अंतिम तिथि आज, पदोन्नति के साथ वेतन रोकने की तैयारी
31 जनवरी 2025
लखनऊ। सरकार के स्पष्ट आदेश के बावजूद राज्यकर्मी अपनी संपत्तियों का ब्योरा मानव संपदा पोर्टल पर ऑनलाइन देने में आनाकानी कर रहे हैं। व्योरा देने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है, लेकिन 30 जनवरी तक सिर्फ 52 फीसदी कर्मियों ने ही जानकारी ऑनलाइन की है। संपत्ति का ब्योरा तय समय पर न देने वालों की पदोन्नति के साथ वेतन रोकने की तैयारी है।
संपत्ति का ब्योरा देने से कतरा रहे हैं राज्यकर्मी, 31 जनवरी तक पोर्टल पर डाटा अपलोड करने के निर्देश, अभी 29 फीसदी कर्मचारियों ने ही दी है जानकारी
28 जनवरी 2025
लखनऊ। प्रदेश में सरकारी कर्मचारी और अधिकारी अपनी संपत्ति का ब्योरा देने से कतरा रहे हैं। अभी तक 29 फीसदी कर्मचारियों ने ही मानव संपदा पोर्टल पर चल व अचल संपत्ति की जानकारी दी है। जबकि अंतिम तिथि 31 जनवरी है।
नियुक्ति व कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव एम देवराज ने 31 जनवरी तक सभी कार्मिकों की संपत्ति का ब्योरा अपलोड कराना सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए हैं। राज्यकर्मियों को हर साल 31 जनवरी तक संपत्ति का ब्योरा देना अनिवार्य है। इसमें बताना होता है कि पिछले साल 31 दिसंबर तक उनकी चल व अचल संपत्ति कितनी थी।
23 जनवरी तक की समीक्षा में सामने आया कि मानव संपदा पोर्टल पर पंजीकृत कार्मिकों की संख्या 8,32,679 है। इनमें से महज 2,42,639 ने ही संपत्ति का ब्योरा दिया है।