RTI के ज्यादा आवेदन करने वाले कार्यकर्ताओं को राज्य सूचना आयोग कर रहा है चिह्नित, रवैये से नाराज आरटीआई कार्यकर्ताओं ने भी खोला मोर्चा
ज्यादा आवेदन करने वाले कार्यकर्ताओं को किया जा रहा है चिह्नित
लखनऊ : राज्य सूचना आयोग आरटीआइ को कमाई का जरिया बनाने वाले कार्यकर्ताओं पर नजर रख रहा है। आयोग की तरफ से आदतन आरटीआइ के आवेदन करने वाले कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की जा रही है। अभी तक 167 कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की जा चुकी है। इन्होंने 10 से लेकर 222 आवेदन किए हैं। आयोग इनकी पृष्ठभूमि के बारे में भी जानकारी एकत्र कर रहा है। दूसरी तरफ आयोग के इस रवैये से नाराज आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने भी इंटरनेट मीडिया पर आयोग के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है।
आयोग को लंबे समय से इस प्रकार की शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग आरटीआइ की आड़ में सूचना मांगने के नाम पर वसूली के धंधे में लिप्त हैं। आयोग ने इसका संज्ञान लेते हुए आरटीआइ की सभी 11 अदालतों में लंबित द्वितीय अपील व शिकायतों की सूची तैयार करवाई है। इनमें आनलाइन माध्यम से सर्वाधिक द्वितीय अपील व शिकायतें करने वाले 167 कार्यकर्ताओं के नाम सामने आए हैं।
बीते दिनों मुख्य सूचना आयुक्त राजकुमार विश्वकर्मा व राज्य सूचना आयुक्तों की बैठक में इस मुद्दे पर मंथन के बाद यह सूची तैयार की गई है। आयोग के सूत्रों के अनुसार मुख्य सूचना आयुक्त ने राज्य सूचना आयुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वास्तविक और आरटीआइ के नाम पर कमाई करने वाले आवेदकों में फर्क किया जाए और उसी आधार पर लंबित मामलों का निस्तारण हो। आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले में आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है।
वरिष्ठ आरटीआइ कार्यकर्ता तनवीर अहमद सिद्दीकी ने बताया कि अधिनियम में कहीं भी यह कि एक व्यक्ति तहत कितनी नहीं लिखा है आरटीआइ के सूचनाएं मांग सकता है। आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने बीते दिनों आयोग की तानाशाही के विरुद्ध धरना भी दिया था। कुछ कार्यकर्ताओं ने इंटरनेट मीडिया पर आयोग की कार्यप्रणाली व निर्णयों पर सवाल उठाए हैं।