बिना हेलमेट व सीट बेल्ट लगाकर दफ्तर आने वाले कार्मिक माने जाएंगे गैरहाजिर, 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान के तहत सरकारी विभागों के कार्मिकों पर सख्ती बरतने का निर्देश
सुरक्षाकर्मियों और सीसीटीवी की मदद से रखी जाएगी नजर
प्रदेश में 15 दिन का सड़क सुरक्षा अभियान शुरू
लखनऊ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बुधवार से शुरू हुए 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान के तहत सरकारी विभागों के कार्यालयों में हेलमेट और सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले कार्मिकों पर सख्ती बरतने का निर्देश दिया है।
उन्होंने सार्वजनिक रूप से सबको सचेत करने और कार्यालय परिसर में चेतावनी बोर्ड लगाने को भी कहा, ताकि पुनरावृत्ति होने पर कार्यालय में उनका प्रवेश निषेध करने के साथ अनुपस्थित माना जाए। सुरक्षाकर्मियों और सीसीटीवी की मदद से नजर रखी जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं व उसमें होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या राज्य सरकार के लिए चिंता का सबब है। इसमें कमी लाना सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। लोगों को यातायात व सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करके इसमें कमी लाई जा सकती है। धार्मिक आयोजनों के दौरान सड़कों पर ट्रैफिक के मद्देनजर सभी संबंधित विभाग सड़क सुरक्षा पखवाड़ा का आयोजन करेंगे।
स्कूलों में चलाएं जागरूकता अभियान
उन्होंने सभी स्कूल, कॉलेजों, विवि में बिना लाइसेंस और हेलमेट के प्रवेश करने वाले विद्यार्थियों को रोड सेफ्टी क्लब के जरिये जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। जिलों में सड़क हादसे में तीन या अधिक मौत के मामलों की जांच के लिए जिला स्तरीय समन्वय समिति बनाने को कहा है। समिति खतरनाक सड़कों को चिह्नित करेगी। प्रदेश भर में सर्वाधिक दुर्घटना वाले 50 ब्लैकस्पॉट चिह्नित किए जाएंगे। यातायात नियमों के उल्लंघन मामले में शत-प्रतिशत चालान किया जाए। रोजाना सड़क किनारे अवैध रूप से खड़े वाहनों, खराब वाहनों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जाए और लगातार गश्त की जाए।