परिवहन विभाग लागू कर रहा व्यवस्था, बायोमेट्रिक, फेस ऑथेंटिफिकेशन होगा जरूरी
लखनऊ। दफ्तर आने में बाबुओं की मनमानी पर परिवहन विभाग रोक लगाने जा रहा है। विभाग से लेकर आरटीओ कार्यालयों तक में बाबुओं के कम्प्यूटर बायोमेट्रिक व फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए ही खुलेंगे। जबकि पहले ओटीपी से कम्प्यूटर खुलते थे, जिससे बाबू ओटीपी देकर सिस्टम ऑन करवा लेते थे और देरी से दफ्तर आते थे।
इसे लेकर परिवहन विभाग ने तकनीकी विशेषज्ञों से बातचीत शुरू कर दी है तथा बाबुओं का डाटा दिया जा रहा है। बैंकों में यह सिस्टम लागू है, जिसे परिवहन विभाग लागू करने जा रहा है। इससे आरटीओ ऑफिस में भी बाबुओं की मनमानी थम सकेगी।
दरअसल, आरटीओ बाबू मनमाने ढंग से काम करते हैं। आवेदक कतारों में लगते हैं, पर बाबुओं के दफ्तर आने का समय नियत नहीं है। ऐसे में दिक्कतें पैदा होती हैं। स्थिति यहां तक आ जाती है कि मोबाइल पर आने वाले ओटीपी को दूसरों को देकर बाबू अपना सिस्टम लॉगइन करवा लेते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बैंकों की तरह बायोमेट्रिक व फेस ऑथेंटिकेशन से सिस्टम लॉगइन होगा।