लखनऊ। मानव संपदा पोर्टल पर अपनी मूल्यांकन रिपोर्ट समय से न भरना अधिकारियों को अब महंगा पड़ेगा। एक निश्चित तिथि के बाद ऐसे अधिकारियों के स्व मूल्यांकन को शून्य मानते हुए उसे ऑटो फॉरवर्ड कर दिया जाएगा। इससे उन्हें भविष्य में सेवा संबंधी अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाएंगे। चालू वित्त वर्ष में स्व मूल्यांकन के लिए 31 अक्तूबर तक समय दिया गया है।
प्रदेश में राज्य कर्मचारियों से संबंधित सेवा कार्यों में पारदर्शिता के लिए मानव संपदा पोर्टल की शुरुआत की गई है। इसके जरिये नियुक्ति, कार्यभार ग्रहण, कार्यमुक्ति, अवकाश, ट्रांसफर, वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट, वेतन आहरण और सेवा पुस्तिका आदि जानकारियां ऑनलाइन करने का निर्णय लिया गया है।
समूह क व ख के अधिकारियों की वार्षिक प्रविष्टि (कामकाज का मूल्यांकन) मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से किए जाने के संबंध में स्व मूल्यांकन रिपोर्ट प्रस्तुत करने और उस पर प्रतिवेदक, समीक्षक और स्वीकर्ता अधिकारी का मत दर्ज करने के लिए टाइमलाइन भी निर्धारित की गई है। पूर्व में जारी शासनादेश के अनुसार, स्व मूल्यांकन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल रखी गई थी।
अब जारी निर्देशों में कहा गया है कि यह व्यवस्था पहली बार की जा रही है और कई विभाग इसमें तकनीकी कठिनाइयां भी महसूस कर रहे हैं, इसलिए एनआईसी के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है।