चार साल से नहीं बदली PPF की ब्याज दर
वित्त वर्ष 2023-24 की अंतिम तिमाही के लिए सरकार ने दो योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में बदलाव किया था. उस समय सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की ब्याज दर को 8 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.20 प्रतिशत किया गया था. इसके अलावा तीन साल की एफडी पर ब्याज दर को 7.1 प्रतिशत कर दिया गया था. लेकिन पीपीएफ की ब्याज दर पिछले चार साल से एक ही स्तर पर कायम हैं. पीपीएफ की ब्याज दर में आखिरी बार अप्रैल-जून 2020 में बदलाव किया गया था. कोरोना महामारी के समय इसे 7.9 से कम करके 7.1 प्रतिशत कर दिया गया था.
जनता को नहीं मिली राहत, सरकार ने नहीं बढ़ाई PPF समेत अन्य लघु बचत योजनाओं की ब्याज दर
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ के साथ सभी स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में दूसरी तिमाही के लिए कोई बदलाव नहीं किया. एक जुलाई, 2024 से शुरू होने वाली तिमाही के लिए सभी स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों को यथावत रखा गया है. वित्त मंत्रालय ने इसके लिए एक नोटिफिकेशन तक जारी किया है.
सरकार ने मिडिल क्लास को एक बार फिर से झटका देते हुए स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में इजाफा नहीं किया है. चुनाव के नतीजों के बाद आम लोगों को काफी उम्मीदें थी कि सरकार इस बार पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड की ब्याज दरों में जरूर इजाफा करेगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
पीपीएफ की ब्याज दरों में 2020 के बाद से कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. आखिरी बार पीपीएफ की ब्याज दरों में अप्रैल से जून तिमाही के लिए बदलाव किया गया था. अब जुलाई से सितंबर 2024 की तिमाही में इन स्कीम्स की वही ब्याज दरें रहेंगी जोकि अप्रैल से जून तिमाही के बीच में रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर निवेशकों को
जारी किया नोटिफिकेशन
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ के साथ सभी स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में दूसरी तिमाही के लिए कोई बदलाव नहीं किया. एक जुलाई, 2024 से शुरू होने वाली तिमाही के लिए सभी स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों को यथावत रखा गया है. वित्त मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (एक जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक) के लिए स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दरें पहली तिमाही (एक मार्च से 30 जून 2024 तक) के लिए अधिसूचित दरों के समान ही रहेंगी.
कितना मिलेगा ब्याज?
नोटिफिकेशन के अनुसार सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर 8.2 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी, जबकि तीन साल की सावधि जमा पर दर 7.1 प्रतिशत रहेगी. पीपीएफ और डाकघर बचत जमा योजना की ब्याज दरें भी क्रमश: 7.1 प्रतिशत और चार प्रतिशत पर बनी रहेंगी. किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत होगी तथा यह निवेश 115 महीनों में परिपक्व होगा. जुलाई-सितंबर 2024 की अवधि के लिए राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) पर ब्याज दर 7.7 प्रतिशत रहेगी. सितंबर तिमाही में भी डाकघर मासिक आय योजना के निवेशकों को पहले की तरह 7.4 प्रतिशत ब्याज देगी. सरकार हर तिमाही में डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को अधिसूचित करती है.