न्यूनतम पेंशन बढ़ाकर 7500 रुपये महीना करने के लिए देश भर में पेंशनरों ने किया प्रदर्शन
लखनऊ। ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के आह्वान पर पूरे देश में पेंशनरों ने सोमवार को ईपीएफओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया। साथ ही प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इसमें न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये महीना करने, महंगाई भत्ता, पति- पत्नी को मुफ्त चिकित्सा सुविधा और सभी को समान रूप से उच्च पेंशन का लाभ देने की मांग की गई।
संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केएस तिवारी और राष्ट्रीय सचिव राजीव भटनागर ने श्रम मंत्रालय और समिति के बीच हुई वार्ता में पेंशन बढ़ोतरी का निर्णय आचार संहिता लगने से पहले घोषित किया जाए। अगर सरकार पेंशनरों के हित की अनदेखी करेगी तो पेंशनर भी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
लखनऊ। ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के पेंशनर 11 मार्च को देश भर के ईपीएफओ कार्यालय पर न्यूनतम पेंशन में वृद्धि के लिए प्रदर्शन करेंगे। समिति के प्रदेश अध्यक्ष ओम शंकर तिवारी ने शनिवार को बताया कि प्रदेश के 10 क्षेत्रीय ईपीएफओ कार्यालय लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली, आगरा अलीगढ़, मेरठ और नोएडा में प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा।
महामंत्री राजशेखर नागर ने कहा कि पिछले दिनों ईपीएफओ मुख्यालय दिल्ली में बैठक कर पेंशन वृद्धि के प्रस्ताव तैयार किए गए। किंतु अभी तक अनुमोदित कर आगे नहीं बढ़ाया गया है। कुछ ही दिनों में चुनाव आचार संहिता लग जाएगी।
पेंशनरों की मांग है कि इससे पहले न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये महीना करने का आदेश जारी हो। साथ ही महंगाई भत्ता और पति-पत्नी को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा दी जाए। बताया कि प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय, प्रांतीय, मंडलीय व जिला इकाई के पदाधिकारी व पेंशनर शामिल होंगे।