Searching...
Sunday, February 18, 2024

सीधे शीर्ष अधिकारियों के सामने मांग रखने वाले बर्खास्त कर्मी को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत, हाईकोर्ट का आदेश रद्द करते हुए कहा यह अपराध नहीं

सीधे शीर्ष अधिकारियों के सामने मांग रखने वाले बर्खास्त कर्मी को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत, हाईकोर्ट का आदेश रद्द करते हुए कहा यह अपराध नहीं


सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को भी रद्द कर दिया

बर्खास्तगी का आधार नहीं मांगः कोर्ट


नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी के सरकारी कर्मचारी को महज इसलिए बर्खास्त नहीं कर सकते क्योंकि उसने उचित माध्यम दरकिनार कर सीधे शीर्ष अधिकारियों को अपना प्रतिवेदन भेजा। शीर्ष कोर्ट ने 21 साल पहले नौकरी से हटाए गए अदालत कर्मी को बहाल करने का आदेश देते हुए यह टिप्पणी की है।


जस्टिस बी. आर. गवई और पी.के. मिश्रा की पीठ ने 'अपने फैसले में कहा कि चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी जब वित्तीय कठिनाई में होता है तो वह सीधे शीर्ष अधिकारियों के समक्ष अपनी मांग और समस्या के बारे में प्रतिवेदन दे सकता है। 


पीठ ने कहा कि ऐसा करना अपने आप में कोई बड़ा कदाचार नहीं है, जिसके लिए नौकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिए।' पीठ ने इसके साथ ही, इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसला भी रद्द कर दिया। छत्रपाल की ओर से शीर्ष अदालत को बताया गया था कि बरेली जिला अदालत के अन्य कर्मियों ने भी अपनी समस्या और मांग को लेकर सीधे शीर्ष अधिकारियों को प्रतिवेदन भेजा था, लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। 


बरेली की जिला अदालत में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी छत्रपाल को इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल और मुख्यमंत्री सहित उत्तर प्रदेश सरकार के अन्य अधिकारियों को सीधे प्रतिवेदन भेजने के कारण बर्खास्त कर दिया गया था।

सुप्रीम कोर्ट ऑर्डर 👇



हाईकोर्ट ऑर्डर 👇



संबन्धित खबरों के लिए क्लिक करें

GO-शासनादेश NEWS अनिवार्य सेवानिवृत्ति अनुकम्पा नियुक्ति अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण अवकाश आधार कार्ड आयकर आरक्षण आवास उच्च न्यायालय उच्‍च शिक्षा उच्चतम न्यायालय उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड उपभोक्‍ता संरक्षण एरियर एसीपी ऑनलाइन कर कर्मचारी भविष्य निधि EPF कामधेनु कारागार प्रशासन एवं सुधार कार्मिक कार्यवाही कृषि कैरियर कोर्टशाला कोषागार खाद्य एवं औषधि प्रशासन खाद्य एवम् रसद खेल गृह गोपनीय प्रविष्टि ग्रामीण अभियन्‍त्रण ग्राम्य विकास ग्रेच्युटी चतुर्थ श्रेणी चयन चिकित्सा चिकित्‍सा एवं स्वास्थ्य चिकित्सा प्रतिपूर्ति छात्रवृत्ति जनवरी जनसुनवाई जनसूचना जनहित गारण्टी अधिनियम धर्मार्थ कार्य नकदीकरण नगर विकास निबन्‍धन नियमावली नियुक्ति नियोजन निर्वाचन निविदा नीति न्याय न्यायालय पंचायत चुनाव 2015 पंचायती राज पदोन्नति परती भूमि विकास परिवहन पर्यावरण पशुधन पिछड़ा वर्ग कल्‍याण पीएफ पुरस्कार पुलिस पेंशन प्रतिकूल प्रविष्टि प्रशासनिक सुधार प्रसूति प्राथमिक भर्ती 2012 प्रेरक प्रोबेशन बजट बर्खास्तगी बाट माप बेसिक शिक्षा बैकलाग बोनस भविष्य निधि भारत सरकार भाषा मत्‍स्‍य मंहगाई भत्ता महिला एवं बाल विकास माध्यमिक शिक्षा मानदेय मानवाधिकार मान्यता मुख्‍यमंत्री कार्यालय युवा कल्याण राजस्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य सम्पत्ति राष्ट्रीय एकीकरण रोक रोजगार लघु सिंचाई लोक निर्माण लोक सेवा आयोग वरिष्ठता विकलांग कल्याण वित्त विद्युत विविध विशेष भत्ता वेतन व्‍यवसायिक शिक्षा शिक्षा शिक्षा मित्र श्रम सचिवालय प्रशासन सत्यापन सत्र लाभ सत्रलाभ समन्वय समाज कल्याण समाजवादी पेंशन समारोह सर्किल दर संवर्ग संविदा संस्‍थागत वित्‍त सहकारिता सातवां वेतन आयोग सामान्य प्रशासन सार्वजनिक उद्यम सार्वजनिक वितरण प्रणाली सिंचाई सिंचाई एवं जल संसाधन सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सूचना सेवा निवृत्ति परिलाभ सेवा संघ सेवानिवृत्ति सेवायोजन सैनिक कल्‍याण स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण होमगाडर्स