अब मतदान कार्मिकों के खाते में जाएगा पारिश्रमिक, फीडिंग के दौरान सैलरी अकाउंट नंबर भी दर्ज किया जा रहा
अभी तक मतदान कार्मिक, प्रेक्षक, जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा चुनाव में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को नकद पैसा दिया जाता था, लेकिन इस बार व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए कार्मिकों के बैंक खाते में मानदेय भेजने की योजना है। इसके लिए कर्मचारियों की फीडिंग के दौरान सैलरी अकाउंट नंबर भी दर्ज किया जा रहा है।
चुनाव आयोग ने आदेश जारी किया है कि अब किसी भी चुनाव कार्मिकों को नकद पैसा नहीं मिलेगा। चुनाव में पीठासीन अधिकारी, प्रथम, द्वितीय और तृतीय अधिकारी लगते हैं। इसके अलावा वीडियोग्राफी कार्मिक, सेक्टर, जोनल, स्टैटिक मजिस्ट्रेट लगाए जाते हैं। आरओ, एआरओ सहित मतगणना कार्मिक, पर्यवेक्षक, सुपरवाइजर की ड्यूटी लगाई जाती है। है। लोकसभा चुनाव में आयोग मानदेय देता है। फीडिंग में सैलरी अकाउंट भी दर्ज किया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव 2024 के दृष्टिगत मतदान कार्मिकों की ड्यूटी संबंधी डाटा फीडिंग के संबंध में फार्मेट और आदेश देखें
आगामी लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत मतदान कार्मिकों हेतु ऑनलाइन इलेक्शन पर्सनल डिप्लायमेंट सिस्टम (EPDS Application) के सम्बन्ध में आदेश जारी
चुनाव के लिए कार्मिकों का ब्योरा जल्द किया जाएगा फीड, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दिए निर्देश
लखनऊ। लोकसभा चुनाव के दौरान नामाकंन, मतदान से लेकर मतगणना तक अफसरों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगनी है। इसके लिए विभागवार कार्मिकों का डाटा बेस फीड करके लॉक किया जाना है।
इसके लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित अफसरों को जानकारी दी। निर्वाचन आयोग के निर्देशों की जानकारी के बाद जिला सूचना विज्ञान अधिकारी पांच जनवरी को सभी कार्यालयाध्यक्षों को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रशिक्षण देंगे। इसके बाद डाटा बेस फीडिंग का काम शुरू होगा।
लोकसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। विभिन्न कार्यों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति की जा चुकी है। चुनाव में सर्वाधिक महत्वपूर्ण काम मतदान कार्मिकों की तैनाती का होता है। बुधवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मतदान कार्मिकों के डाटा बेस फीड कराए जाने के संबंध में जानकारी दी। पांच जनवरी के बाद आयोग के सॉफ्टवेयर पर सभी विभागों के कार्मिकों का डाटा बेस फीड किया जाएगा। इसके लिए निर्देश दिए गए हैं।
डाटाबेस त्रुटि रहित कैसे फीड किया जाना है, इसके लिए पांच जनवरी को सुबह 10 बजे से कलेक्ट्रेट सभागार में सभी दफ्तरों के कार्यालयाध्यक्षों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद विभाग कार्मिकों का डाटा लॉक करेंगे। इसके बाद एनआईसी इस डाटाबेस का परीक्षण करेगी।