PPF खाते पर ब्याज वृद्धि का इंतजार और बढ़ा, एक अप्रैल 2020 को घटाई थी दरें, तब से नहीं हुआ कोई बदलाव, 12 योजनाओं में से केवल तीन में बढ़ा ब्याज
7.9 फीसदी ब्याज दर थी 1 अप्रैल 2020 से पहले पीपीएफ पर
7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है फिलहाल पीपीएफ में
नई दिल्ली : सरकार ने जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। कुल 12 छोटी बचत योजनाओं में से केवल तीन में ब्याज बढ़ाया गया है। बाकी योजनाओं में पिछली तिमाही में लागू की गईं दरों को ही बरकरार रखा है। उम्मीद की जा रही थी कि सरकार इस बार पीपीएफ खाते की ब्याज दरों में वृद्धि कर सकती है लेकिन इसका इंतजार और बढ़ गया है। सरकार ने अप्रैल 2020 से पीपीएफ की दर में कोई बदलाव नहीं किया है।
7.1 फीसदी पर ही बरकरारएक अप्रैल 2020 से पहले पीपीएफ की ब्याज दर 7.9 फीसदी थी। कोरोना काल में सरकार ने अप्रैल-सितंबर 2020 तिमाही में कई बचत योजनाओं की ब्याज दरों में संशोधन करके उन्हें घटा दिया था। तब से पीपीएफ की ब्याज दर 7.1 फीसदी पर बनी हुई है।
इनमें बढ़ोतरी हुई
सरकार ने एक और दो साल की सावधि जमा पर 0.1 फीसदी और पांच साल के आवृत्ति जमा (आरडी) पर 0.30 फीसदी की वृद्धि की है। नई दरें एक जुलाई 2023 से लागू होंगी। आवृत्ति जमा पर 6.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा, जो 6.2 फीसदी था।
इनकी दरें बरकरार
सुकन्या समृद्धि योजना में आठ फीसदी ब्याज दर ही बनी हुई है। किसान विकास पत्र, एनएससी, वरिष्ठ नागरिक जमा, बचत खाते की ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया गया है।