UPI Transaction Payment New Rule: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए पेमेंट करने वाले ग्राहक काफी परेशान हैं। इस परेशानी की वजह नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) का एक सर्कुलर है। इस सर्कुलर में प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (पीपीआई) के जरिए किए गए 2000 रुपये से अधिक के मर्चेंट UPI ट्रांजैक्शन पर 1.1 प्रतिशत इंटरचेंज चार्ज लगाने को कहा गया है। इसके बाद से ही ग्राहक/लोग कन्फ्यूज्ड हैं। तो आइए जानते हैं आपके हर सवालों का जवाब।
सवाल- कब से लगेगा चार्ज?
जवाब- NPCI सर्कुलर के मुताबिक आगामी 1 अप्रैल से मर्चेंट UPI ट्रांजैक्शन पर 1.1 प्रतिशत इंटरचेंज चार्ज लगेगा। यह चार्ज प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) के जरिए किए गए 2000 रुपये से अधिक के ट्रांजैक्शन पर लगना है।
सवाल- क्या मेरे UPI ट्रांजैक्शन पर असर पड़ेगा?
जवाब- नहीं। आप एक सामान्य यूजर हैं और दोस्तों, परिवार या किसी अन्य व्यक्ति या व्यापारी के बैंक खाते में UPI के माध्यम से पैसे भेजते हैं। इसलिए आप निश्विंत रहिए और पहले की तरह बिना किसी चार्ज के लेन-देन करते रहिए। NPCI ने भी बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि ग्राहकों को UPI के जरिए ट्रांजैक्शन पर इंटरचेंज चार्ज नहीं देना होगा। बयान के मुताबिक, अगर आप अपने बैंक अकाउंट से दूसरे के बैंक अकाउंट में यूपीआई के जरिए लेन-देन कर रहे हैं तो आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। आपको बता दें कि 99 फीसदी से ज्यादा लेन-देन इसी तरह के होते हैं।
सवाल- तो फिर किस पर असर पड़ेगा?
जवाब- प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (पीपीआई) के जरिए मर्चेंट UPI ट्रांजैक्शन पर यह चार्ज लगेगा। पीपीआई का मतलब पेटीएम वॉलेट, फोनपे वॉलेट, अमेजन पे, फ्रीचार्ज वॉलेट, मोबिक्विक वॉलेट व अन्य से हैं।
सवाल- मतलब मुझे वॉलेट से ट्रांजैक्शन पर चार्ज देना होगा?
जवाब- नहीं। आपको वॉलेट से भी ट्रांजैक्शन पर चार्ज नहीं देना होगा। यह पूरी तरह से मर्चेंट और बैंक से जुड़ा मामला है। मर्चेंट का मतलब उस दुकानदार से है जिसने स्कैनर लगा रखा है। वहीं, बैंक वो है जिसमें मर्चेंट को ग्राहक द्वारा किए गए पेमेंट का पैसा जमा होगा।
अभी भी हैं कंफ्यूज्ड, उदाहरण में समझें
मान लीजिए कि मीरा ने एक दुकान से 2100 रुपये की शॉपिंग की। इसके बाद उसने दुकानदार के यहां रखे पेटीएम के स्कैनर को स्कैन कर बिल का भुगतान कर दिया। मीरा के लिए यह पूरी प्रक्रिया फ्री है लेकिन दुकानदार के लिए 1 अप्रैल से यह महंगा होगा। असल में UPI QR से ट्रांजैक्शन के बाद पैसे दुकानदार के बैंक अकाउंट में जाएंगे और इसी रकम पर 1.1 प्रतिशत इंटरचेंज चार्ज देना होगा।
सर्कुलर के मुताबिक यह बदलाव 1 अप्रैल, 2023 से प्रभावी होंगे और इसकी समीक्षा 30 सितंबर, 2023 को या उससे पहले की जाएगी।