अच्छी पहल : इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्णय अब हिंदी में भी
प्रयागराज । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड द्वारा सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के निर्णयों को स्थानीय भाषा में अनुवादित करने की पहल को आगे बढ़ाते हुए निर्णयों का अनुवाद हिंदी में शुरू कर दिया है। हालिया फैसला 69000 शिक्षक भर्ती में न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ल के निर्णय का हिंदी अनुवाद है।
केंद्र सरकार और सर्वोच्च न्यायालय ने पहल की है कि सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के निर्णयों की प्रतियां भी आम आदमी और संबंधित विभागों को सभी स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराई जाएं। इसी क्रम में गत 26 मार्च को मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर के शपथ समारोह के बाद इस संबंध में त्वरित कदम उठाते हुए उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ल ने वर्ष 2020 की रिट -ए संख्या- 13156 के निर्णय को स्थानीय भाषा (हिंदी) में अनुवादित कर वेबसाइट पर अपलोड किया है।
उच्च न्यायालय के भाषा में इस निर्णय के प्रकाशन से आम आदमी के साथ संबंधित विभागों को फैसले को समझने और लागू करने में बेहद आसानी होगी। साथ ही हाईकोर्ट ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर हिंदी निर्णयों के सम्बन्ध में अलग से व्यस्था प्रदान कर दी है, जहां कोई भी हिंदी में निर्णयों को पढ़ सकता है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयों का चार भाषाओं में अनुवाद किए जाने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल जिसे हमने हाल ही में अपनाया है। क्योंकि हमें यह समझना चाहिए कि जिस भाषा का हम उपयोग करते हैं यानी अंग्रेजी एक ऐसी भाषा है जो 99.9 प्रतिशत नागरिकों के लिए समझने योग्य नहीं है।