प्रशिक्षण के जरिये सरकारी कर्मचारी बनेंगे कर्मयोगी
◆ सरकारी कर्मचारियों के क्षमता निर्माण के लिए पहली बार चलेगा आनलाइन कार्यक्रम
◆ अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से लोक केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने का मिलेगा प्रशिक्षण
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नई दिल्ली: सरकारी कामकाज में तेजी से बढ़ रहे तकनीक के उपयोग और इसके कारण बदल रही कार्यप्रणाली के अनुरूप सरकारी कर्मचारियों के क्षमता निर्माण (अपस्किलिंग) के लिए विशेष कर्मयोगी मिशन शुरू किया जाएगा। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार इससे केंद्र, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यरत करोड़ों कर्मचारियों को अपने कौशल को बेहतर बनाने और लोक केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने में मदद मिलेगी।
दरअसल प्रधानमंत्री बार- बार स्किलिंग के साथ ही युवाओं की रिस्किलिंग और अपस्किलिंग की बात करते हैं। पहली बार बजट में सरकारी कर्मचारियों की अपस्किलिंग के लिए विशेष योजना की घोषणा हुई है। इस मिशन के तहत सरकारी कर्मचारियों के कौशल विकास के लिए आइगाट कर्मयोगी के नाम से एक डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा। इसी प्लेटफार्म पर एकीकृत आनलाइन प्रशिक्षण सामग्री उपलब्ध होगी ।
कर्मचारी अपने काम और क्षेत्र के अनुसार इसमें प्रशिक्षण सामग्री को चुन सकेंगे। प्रशिक्षण में अत्याधुनिक तकनीक के साथ उन्हें कामकाज के दौरान लोक केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने के लिए सीखने का अवसर मिलेगा। मोदी सरकार के कामकाज में लोक केंद्रित दृष्टिकोण का हवाला देते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि लोगों को कम से कम नियमों का पालन करना पड़े, इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस सिलसिले में व्यापारिक सुगमता के लिए 39 हजार से अधिक अनुपालनाओं को कम किया गया है और 3,400 से अधिक कानूनी उपबंधों को अपराध की सूची से बाहर किया जा चुका है।