2200 लेखपालों- अमीनों को मिलेगी पदोन्नति, बनेंगे राजस्व निरीक्षक, जल्द तहसीलदार बनेंगे डिप्टी कलेक्टर
राजस्व निरीक्षक के रिक्त पदों को पदोन्नति से भरने की तैयारी
डीपीसी की बैठक की तैयारी में जुटा राजस्व परिषद
लखनऊ : प्रदेश में राजस्व निरीक्षक के 2200 खाली पद जल्द ही भरे जाएंगे। इन रिक्त पदों को लेखपालों, संग्रह अमीनों और भूमि अध्याप्ति अमीनों की पदोन्नति से भरा जाएगा। राजस्व निरीक्षक के पद पर लेखपालों और अमीनों की पदोन्नति के लिए राजस्व परिषद जल्द ही विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक करने की तैयारी कर रहा है।
राजस्व निरीक्षक के पद पर यह पदोन्नति चयन वर्ष 2021-22 के लिए की जानी हैं। प्रदेश में राजस्व निरीक्षकों के 4,281 पद सृजित हैं। यह सभी पद लेखपालों, संग्रह अमीनों और भूमि अध्याप्ति अमीनों की पदोन्नति से भरे जाते हैं।
राजस्व निरीक्षकों के 76 प्रतिशत पद लेखपालों, 22 प्रतिशत संग्रह अमीनों और दो प्रतिशत भूमि अध्याप्ति अमीनों की प्रोन्नति से भरे जाते हैं। वर्ष 2021-22 में राजस्व निरीक्षकों के 2200 पद खाली थे। इन पदों पर पदोन्नति के लिए राजस्व परिषद ने नवंबर 1991 तक मौलिक रूप से नियुक्त लेखपालों का विवरण जिलों से मांगा था। जिलों से प्राप्त विवरण के आधार पर अब पदोन्नति के लिए डीपीसी की बैठक कराने की तैयारी है।
गौरतलब है कि राजस्व परिषद ने चयन वर्ष 2018-19, 2019 20 व 2020-21 के लिए राजस्व निरीक्षक के 1442 रिक्त पदों पर 1222 लेखपालों, 216 संग्रह अमीनों और चार भूमि अध्याप्ति अमीनों की इसी वर्ष अप्रैल मेंपदोन्नति की थी।
जल्द तहसीलदार बनेंगे डिप्टी कलेक्टर
प्रदेश के 82 तहसीलदार जल्द ही डिप्टी कलेक्टर के पद पर प्रमोट होंगे। तहसीलदारों की डिप्टी कलेक्टर पद पर पदोन्नति के लिए उप्र लोक लोक सेवा आयोग में बीती 18 जुलाई को डीपीसी की बैठक हो चुकी है। इस प्रमोशन का लाभ उन तहसीलदारों को मिलेगा जो वर्ष 2013-14 तक नायब तहसीलदार के पद पर मूल रूप से नियुक्त हुए थे।