वोटर लिस्ट में मतदाताओं के आधार नंबर एकत्र किए जाने हेतु 07 एवं 21 अगस्त को होगा विशेष कैंप का आयोजन, अन्य निर्देश भी देखें।
आधार से जुड़ेगा वोटर कार्ड, अगस्त से अभियान, स्वैच्छिक रहेगी पहल
आधार से जुड़ेगी वोटर लिस्ट, वोटर बनने को मिलेंगे साल में अब चार मौके
प्रदेश की विधानसभावार वोटर लिस्ट आधार से जोड़ी जाएगी। अब सिर्फ पहली जनवरी ही नहीं पहली अप्रैल, पहली जुलाई और पहली अक्तूबर को भी 18 साल पूरे करने वाले वोटर लिस्ट से जुड़ सकेंगे। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने, हटवाने, पता परिवर्तित करवाने के फार्म में भी बदलाव किए हैं।
आधार नंबर लेने का काम एक अगस्त से : यह जानकारी बुधवार को प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दी। उन्होंने कहा कि वोटरों से स्वैच्छिक रूप से आधार नम्बर एकत्र किए जाएंगे। वोटर लिस्ट में शामिल वोटरों के आधार नम्बर एकत्रित करने का अभियान पहली अगस्त से शुरू होगा। यह काम हर पोलिंग बूथ, हर जिले में होगा। मतदाताओं द्वारा आधार उपलब्ध कराना स्वैच्छिक है और उनका नाम मतदाता सूची डेटाबेस से हटाया नहीं जाएगा। किसी भी परिस्थिति में प्राप्त आधार नम्बर को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।
यह मिलेगा लाभ
वोटर कार्ड को आधार से लिंक करने का जो बड़ा लाभ मिलेगा उसमें एक व्यक्ति अब दो जगह अपना नाम वोटर लिस्ट में नहीं जुड़वा सकेगा। अभी ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग बड़ी संख्या में काम की खोज में शहरों में आते हैं और यहां पर भी मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वा लेते हैं। ऐसे में उनका नाम मतदाता सूची में दो जगह रहता है। इसके साथ ही सही संख्या मिलने से योजनाओं को भी तैयार करने में आसानी होगी।