दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखें, CM योगी ने दिए ये कड़े निर्देश
’हर कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर जरूरी, दर्ज होगा कार्मिकों के आने-जाने का विवरण
’सरकारी आवास नहीं तो किराये का मकान लेकर तैनाती स्थल पर रुकें अधिकारी
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक लहजे में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्य वही करेगा, जिसे वह काम आवंटित है। ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ सरकारी कार्मिक बाहरी लोगों को अनधिकृत रूप से यह अधिकार दे रहे हैं। ऐसी हर घटना सं™ोय अपराध मानी जाएगी। उन्होंने हर कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखने का निर्देश दिया है जिसमें अधिकारी/कर्मचारी के दफ्तर में आने व जाने का विवरण दर्ज किया जाएगा।
बुधवार शाम मंडल से लेकर तहसील स्तर तक के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने, प्रदेश के समग्र विकास और राज्य की छवि बदलने में फील्ड में तैनात अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। फील्ड में तैनात अधिकारी/कर्मचारी जनसमस्याओं के निस्तारण को शीर्ष प्राथमिकता दें। जनता की संतुष्टि ही उनके प्रदर्शन की श्रेष्ठता का मानक होगा।
तैनाती स्थल पर रात बिताएं अधिकारी : मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम विकास अधिकारी और बीडीओ से लेकर तहसीलदार, एसडीएम, थानाध्यक्ष, सीओ आदि, सभी अपनी तैनाती क्षेत्र में ही रात्रि विश्रम करें। सरकारी मकान है तो वहां रहें या किराये का आवास लें, लेकिन रात में अपने ही क्षेत्र में रहें। इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराएं। फील्ड में तैनात वरिष्ठ अधिकारी तहसील/ब्लाक/सर्किल का देर रात भी आकस्मिक निरीक्षण करते रहें।
कैंप कार्यालय की प्रवृत्ति बंद हो
मुख्यमंत्री का जोर समय की पाबंदी पर भी था। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालय समय से खुलें। सभी अधिकारी/कार्मिक समय से कार्यालय आएं और जाएं। अधिकारियों को उन्होंने कैंप कार्यालय संचालित करने की प्रवृत्ति बंद करने की नसीहत दी। कार्यालयों में अनुशासन बनाए रखने के लिए कहा।
हर दिन एक घंटा करें जनसुनवाई
योगी ने कहा कि जनहित से सीधे जुड़े कार्यालयों में सोमवार से शुक्रवार तक हर दिन एक घंटे की अवधि जनसुनवाई के लिए तय है। इस अवधि में अधिकारी जनता से मिलें, उनकी शिकायतें/समस्याएं सुनकर गुण-दोष आधार पर निस्तारण करें।
हर जिला बनाए जीडीपी बढ़ाने की कार्ययोजना : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास की दृष्टि से हर जिला अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बढ़ाने की कार्ययोजना बनाए। हर जिला अपनी आय वृद्धि की नियमित समीक्षा करे और पर्यटन व निर्यात गतिविधियों को बढ़ाने का प्रयास करे।
जनप्रतिनिधियों की न हो उपेक्षा
योगी ने जिलाधिकारियों, पुलिस कप्तानों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संवाद-संपर्क बनाए रखने, उनके सुझावों पर ध्यान देने व पत्रों का त्वरित निस्तारण करने की नसीहत दी। फोन रिसीव न कर पाने पर काल बैक करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हर सरकारी अधिकारी को इसका अनुपालन करना होगा।
मंत्री समूहों के भ्रमण कार्यक्रम की करें तैयारी : योगी ने कहा कि इसी हफ्ते से मंत्रियों के समूह मंडल व जनपद स्तर पर भ्रमण कर विभिन्न कार्यों की मौके पर समीक्षा व स्थलीय निरीक्षण करेंगे। उन्होंने इसकी पूरी तैयारी करने और मंत्री समूह को सभी सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया।
हर जिले में तैयार कराएं 75 अमृत सरोवर
मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण के विशेष अभियान के तहत प्रत्येक जिले और हर महानगर में 75-75 अमृत सरोवर तैयार कराने का निर्देश दिया। प्रजापति समाज को मिट्टी निकालने की अनुमति दी गई है। तालाब निर्माण में इससे भी सहूलियत मिलेगी।
यह भी दिए निर्देश
’गांव के किसी बुजुर्ग/प्रतिष्ठित व्यक्ति से राष्ट्रीय पवरें पर राष्ट्रध्वज भी फहराएं। ’तहसील, थाना व ब्लाक दिवस तय दिनों पर निर्धारित स्थानों पर ही आयोजित किये जाएं। ’आइजीआरएस/सीएम हेल्पलाइन के प्रकरण लंबित न रहें। ’मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिलाएं।
’दागी इतिहास वाले संस्थानों को किसी भी दशा में परीक्षा केंद्र न बनाया जाए। ’परीक्षाओं के लिए केंद्र निर्धारण करने से पूर्व ही जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान संबंधित विभाग से संवाद- समन्वय बना लें। ’डीएम और पुलिस अधीक्षक महीने में एक बार व्यापार बंधु और उद्योग बंधु की बैठकें नियमित तौर पर करें।
’स्कूल चलो अभियान को प्रभावी बनाएं। एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे।’फसलों को आग से बचाने के लिए सभी फायर स्टेशन मुस्तैद रहें। आग लगने पर तत्काल मुआवजा दें।