सीएम योगी इन एक्शन : कार्यालय में तीन दिन से ज्यादा फाइलें लंबित हुईं तो कार्रवाई, आमजन की शिकायतें 72 घंटे में निपटाई जाएं, कर्मचारियों के देर से पहुंचने पर सख्त कार्यवाही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सभी जिलों के डीएम और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि आमजन की शिकायतों का त्वरित संज्ञान लिया जाए। उनकी सभी समस्याओं का तेजी से निस्तारण करें। किसी भी कार्यालय में कोई फाइल 72 घंटे यानी तीन दिनों से अधिक लंबित न रहे। देरी होने पर अधिकारियों कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश टीम-9 की बैठक में अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि हर कार्यालय में सिटीजन चार्टर को प्रभावी रूप से लागू करें और लोगों को त्वरित न्याय दिलाएं। इससे पहले मंगलवार को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी कार्यालयों में शुचिता व अनुशासन पर जोर देते हुए कहा था कि कोई भी कर्मचारी अधिकारी कार्यस्थल पर भोजन अवकाश के लिए आधे घंटे से ज्यादा न रहे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे लोग जो आम लोगों के कामकाज को टालने या टालमटोल की कोशिशें करेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाए।
योगी ने सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों तथा कर्मचारियों के देर से पहुंचने पर कठोरतम कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि हर कार्यालय में सिटीजन चार्टर को प्रभावी रूप से लागू किया जाए। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यहां वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में कहा सरकारी कार्यालयों में हर अधिकारी और कर्मचारी की समय से उपस्थिति होनी सुनिश्चित की जाए। लेटलतीफी कतई स्वीकार नहीं की जाएगी। वरिष्ठ अधिकारी कार्यालयों का लगातार औचक निरीक्षण करें।
लापरवाह, लेटलतीफ अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा, आमजन की शिकायतों का त्वरित संज्ञान लेते हुए निस्तारण किया जाए। हर कार्यालय में सिटीजन चार्टर को प्रभावी रूप से लागू किया जाए। किसी भी कार्यालय में कोई फाइल तीन दिनों से अधिक लंबित न रहे। देरी होने पर जवाबदेही तय की जाए।