मनचाहे अस्पताल में इलाज नहीं करा पाएंगे राज्य कर्मचारी, आयुष्मान से संबद्ध अस्पतालों में ही कराना होगा इलाज
कर्मचारियों के साथ ही पेंशनर्स का भी बनेगा आयुष्मान गोल्डन कार्ड
राज्य सरकार के कर्मचारी और पेंशनर्स अब मनचाहे अस्पताल में इलाज कराकर बिल नहीं पास करा सकेंगे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी चिकित्सा योजना के तहत आयुष्मान गोल्डन कार्ड पर ही उन्हें कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। उनका इलाज आयुष्मान से संबद्ध अस्पतालों में ही होगा। शासन की ओर से राज्य कर्मचारियों के साथ ही पेंशनर्स ओर उनके परिजनों का गोल्डन कार्ड बनाने के लिए सीएमओ को निर्देश दिया गया है।
राज्य कर्मचारी और पेंशनर्स अभी तक किसी भी प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज करवाकर बिल सीएमओ आफिस में जमा करते थे। यहां से रिपोर्ट तैयार होने के बाद विभाग से इलाज में लगने वाले खर्च का भुगतान हो जाता था। तमाम ऐसे भी कर्मचारी थे जो प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराते थे। डॉक्टर से मिलकर इलाज में ज्यादा खर्च दिखा देते थे। अधिकारियों की जेब गर्म कर बिल पास करवा लेते थे।