चुनाव ड्यूटी करने वालों को लगेगी प्री-काशनरी कोरोना वैक्सीन डोज, वैक्सीनेशन के नौ माह बाद ही लगेगी यह डोज
पात्र लाभार्थियों को कोविड प्रिकौशन डोज़ (बूस्टर) से आच्छादित किये जाने सम्बन्धी दिशा-निर्देश जारी
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है। देश में कोरोना के केस निकलने लगे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए लोगों को प्री काशन डोज भी 10 जनवरी से लगाई जाएगी। यूपी विधान सभा चुनाव में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को प्री काशन डोज लगाई जाएगी। हालांकि यह डोज तभी लगेगी, जब कर्मचारी, बुजुर्ग और गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों द्वारा कोविड की दोनों डोज लगवा लग चुकी हों और नौ माह का समय हो चुका हो। अन्यथा पोर्टल पर पंजीकरण नहीं हो सकेगा।
प्री काशन डोज पहले हेल्थ केयर वर्कर उसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर (सरकारी कर्मचारी अधिकारी) के लगाने के आदेश दिए गए थे, लेकिन अब सभी कर्मचारी साथ-साथ प्री काशन डोज लगवा सकते हैं। विधान सभा चुनाव को देखते हुए आदेश दिए गए हैं जो लोग चुनाव ड्यूटी में जाएंगे उन सभी को प्री काशन डोज लगाई जाएगी। यह प्री काशन डोज तभी लगेगी जब कोविड की दोनों डोज लग चुकी हों और दोनों डोज लगने के नौ माह हो चुके हों। इसी प्रकार बुजुर्ग और गंभीर मरीजों को प्री काशन डोज लगाई जाएगी।
डोज लगवाने से पहले लेनी होगी चिकित्सक सलाह
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्री काशन डोज लगाई जा रही है। यह डोज बुजुर्गों और गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों को पहले लगाई जाएगी। इसके लिए रोगी को चिकित्सक से डोज लगवाने की सलाह लेनी होगी। हालांकि उन्हें चिकित्सीय प्रमाण नहीं दिखाना होगा। वैक्सीनेशन के नौ माह बाद ही लगेगी प्री काशन डोज
सेंटर पर पहुंचने पर प्री काशन डोज लगवाने के लिए मोबाइल नंबर बताना होगा। जो कोविड की दोनों डोज लगवाने के दौरान बताया गया था। क्योंकि वह मोबाइल नंबर पोर्टल पर फीड है। इसी नंबर से पता चल जाएगा कि कोविड की दोनों डोज कब लगाई गई थी। अगर नौ माह का समय नहीं हुआ होगा तो पोर्टल पर प्री काशन डोज का पंजीकरण नहीं होगा।