हल्के और मध्यम संक्रमण पर अब सात दिन का होम क्वारंटाइन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए नए दिशा-निर्देश
बदले हालात में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय ने कोरोना के हल्के और मध्यम संक्रमण से ग्रस्त मरीजों के लिए होम क्वारंटाइन की अवधि को घटाकर सात दिन कर दिया है। अब घर में रह रहे ऐसे मरीजों को संक्रमण के सात दिन बाद और लगातार तीन दिन तक बुखार नहीं आने पर ठीक मान लिया जाएगा। ओमिक्रोन से हल्का संक्रमण होने के चलते यूरोप और अमेरिका में भी क्वारंटाइन की अवधि को घटाया गया है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अभी भी 14 दिन के क्वारंटाइन की सिफारिश की है।
मंत्रलय ने लोगों से खुद से ही दवा लेने से बचने की सलाह दी है। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि किसी डाक्टर की सलाह पर ही लोग कोई दवा लें या सीने का एक्स-रे या सीटी स्कैन जैसी जांच कराएं।
हल्के संक्रमण में स्टेरायड की जरूरत नहीं है। अपने से स्टेरायड लेना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इसके ज्यादा उपयोग से बाद में दूसरी तरह की परेशानियां हो सकती हैं। हर व्यक्ति का इलाज उसके हालात के मुताबिक होता है। इसलिए किसी दूसरे व्यक्ति को दी गई दवा या उपचार का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि होम क्वारंटाइन में रहने वाले मरीजों को संक्रमित पाए जाने के दिन से कम से कम सात दिन बाद और लगातार तीन दिन बुखार नहीं होने पर डिस्चार्ज माना जाएगा, लेकिन उसे मास्क पहनना जारी रखना होगा।
शुरू में 14 दिन का होम क्वारंटाइन का नियम था जिसे बाद में घटाकर 10 दिन कर कर दिया गया था। इसी तरह अमेरिका में यह 10 दिन था, जिसे हाल ही में घटाकर पांच दिन कर दिया गया है, जिसकी आलोचना भी हो रही है। होम क्वारंटाइन या आइसोलेशन की अवधि खत्म होने के बाद दोबारा कोरोना जांच कराने की भी जरूरत नहीं है। संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों में अगर कोई लक्षण नहीं दिखता है तो उनकी जांच कराने की जरूरत नहीं है।
एक करोड़ से ज्यादा किशोरों को लगी कोवैक्सीन की पहली डोज
नई दिल्ली, एएनआइ : देश में तीन दिन के भीतर सवा करोड़ से ज्यादा किशोरों को कोरोना रोधी वैक्सीन की पहली डोज लगा दी गई हैं। अगर सभी आयुवर्ग के लोगों की टीकाकरण की बात करें तो अब तक 148.66 करोड़ डोज लगाई गई हैं, जिसमें से 61 करोड़ से अधिक लोगों को दोनों डोज दी गई है यानी उनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस आयुवर्ग के किशोरों से जल्द से जल्द टीका लगवाने की अपील भी की है।
जेनेवा, आइएएनएस : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि ओमिक्रोन को सामान्य सर्दी-जुकाम की तरह समझकर हल्के में नहीं लें। डब्ल्यूएचओ ने यह चेतावनी उन खबरों के बीच दी है जिसमें कहा गया है कि ओमिक्रोन के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम की तरह ही हैं। डब्ल्यूएचओ की महामारी विज्ञानी डा. मारिया वन केरखोव ने ट्वीट किया, ‘ओमिक्रोन सामान्य सर्दी-जुकाम नहीं है।’
28 जिलों में 10 प्रतिशत से ऊपर पहुंची संक्रमण दर
नई दिल्ली, प्रेट्र : देश में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। 28 जिलों में साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गई है, जबकि पिछले महीने सिर्फ दो जिलों में ही संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक थी। पिछले आठ दिनों में कोरोना संक्रमण 6.3 गुना तेजी से बढ़ा है और इसकी रफ्तार शहरों में ज्यादा रही है।