उत्तर प्रदेश : आगामी विधानसभा चुनाव 2022 से सम्बंधित जिलों में मतदान के दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा, देखें आदेश।
मतदान के दिन रहेगा सार्वजनिक अवकाश, सरकारी कार्यालय-बैंक और कोषागार भी रहेंगे बंद
🆕
मतदान के अगले दिन निर्वाचन ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की उपस्थिति नहीं होगी अनिवार्य, आदेश देखें
प्रदेश में सात चरणों में होने जा रहे विधान सभा चुनाव में नागरिकों को वोट डालने का मौका देने के लिए शासन ने मतदान के दिन संबंधित जिलों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। नेगोशिएबल इंस्ट्रुमेंट एक्ट के तहत घोषित इस अवकाश पर संबंधित जिलों में सभी सरकारी कार्यालय, शिक्षण संस्थान, बैंक व कोषागार बंद रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से शुक्रवार को इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया गया है।
शासनादेश के मुताबिक चुनाव के पहले चरण में 10 फरवरी को आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर व शामली में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। दूसरे चरण में 14 फरवरी को अमरोहा, बदायूं, बरेली, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, संभल व शाहजहांपुर में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। चुनाव के तीसरे चरण के लिए 20 फरवरी को औरैया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, हमीरपुर, हाथरस, जालौन, झांसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, ललितपुर, महोबा व मैनपुरी में अवकाश रहेगा।
चौथे चरण में 23 फरवरी को बांदा, फतेहपुर, हरदोई, खीरी, लखनऊ, पीलीभीत, रायबरेली, सीतापुर व उन्नाव में अवकाश होगा। पांचवें चरण में 27 फरवरी को अमेठी, अयोध्या, बहराइच, बाराबंकी, चित्रकूट, गोंडा, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज, श्रावस्ती, सुलतानपुर व रायबरेली (181-सलोन विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र) में सार्वजनिक अवकाश होगा। छठवें चरण में तीन मार्च को अंबेडकरनगर, बलिया, बलरामपुर, बस्ती, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, संत कबीर नगर और सिद्धार्थनगर में अवकाश घोषित किया गया है। सातवें चरण में सात मार्च को आजमगढ़, भदोही, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मऊ, मीरजापुर, सोनभद्र और वाराणसी में अवकाश रहेगा।
शासनादेश की प्रतिलिपि सभी विभागाध्यक्षों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व कार्यालयाध्यक्षों को भेजते हुए उनसे कहा गया है कि वे अपने अधीन उन कार्मिकों को समय रहते मुक्त कर दें जिनकी चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है जिससे वे समय रहते मतदान केंद्रों पर पहुंच सकें और अपने ठहरने का इंतजाम कर सकें। उनसे यह भी कहा गया है कि जिन कर्मचारियों की चुनाव या मतगणना में ड्यूटी लगाई जाती है, यदि वे चुनाव या मतगणना के तुरंत बाद के दिनों में समुचित कारण से कार्यालय में उपस्थित न हो सकें तो उनकी अनुपस्थिति क्षमा कर दी जाए।