छठ पर्व पर अवकाश घोषित करने हेतु शासनादेश जारी
■ नोट : बेसिक शिक्षा में पहले से ही घोषित है दोंनो अवकाश
छठ महापर्व के अवसर पर कई जनपदों में अवकाश घोषित
छठ पर बुधवार को उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में अवकाश रहेगा। डीएम के आदेश पर माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग के सभी सरकारी स्कूलों को बंद करने की सूचना जारी कर दी गई है। अन्य बोर्ड के स्कूल कॉलेजों ने भी छठ पर बुधवार को अवकाश की घोषणा की है। हालांकि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में पहले से ही यह अवकाश घोषित था।
छठ पर्व पर सचिवालय में भी सार्वजनिक अवकाश
सचिवालय प्रशासन विभाग ने 10 नवंबर बुधवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। सचिवालय प्रशासन विभाग ने इस आशय का शासनादेश जारी किया है। शासनादेश में लिखा है कि सचिवालय में वर्ष 2021 की सार्वजनिक/निर्बंधित छुट्टियों की सूची में शामिल 10 नवंबर बुधवार के निर्बंधित को निगोशइएबुल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1981 के अधीन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है।
छठ पूजा पर्व के अवसर पर बुधवार यानी 10 नवंबर को उत्तर प्रदेश सचिवालय में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। वहीं, जिन जिलों में छठ पर्व बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, उन जिलों में बुधवार को जिलाधिकारी स्थानीय स्तर पर अवकाश घोषित कर सकते हैं। जिन जिलों में स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारी अवकाश घोषित करेंगे, उनमें पांच कार्यदिवस वाले कार्यालयों में नेगोशिएबल इंस्ट्रुमेंट एक्ट के तहत सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इसी क्रम में कई जिलों में डीएम ने अवकाश घोषित कर दिया है।
छठ पूजा के अवसर पर सचिवालय में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के बारे में सचिवालय प्रशासन विभाग ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिया है। उत्तर प्रदेश सचिवालय में वर्ष 2021 की छुट्टियों की सूची में छठ पूजा को निर्बन्धित अवकाश की श्रेणी में रखा गया था। नए आदेश में इसे नेगोशिएबल इंस्ट्रुमेंट एक्ट के तहत सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। वहीं, जिलों में छठ पूजा पर स्थानीय स्तर पर अवकाश घोषित करने और पांच कार्यदिवस वाले दफ्तरों को बंद करने के बारे में सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से मंगलवार को सभी जिलाधिकारियों को शासनादेश जारी कर दिया गया है।
शासनादेश में कहा गया है कि मैनुअल आफ गवर्नमेंट आर्डर्स (संशोधित), 1981 में दी गई व्यवस्था के अनुसार जिलाधिकारी अपने स्तर से अधिकतम तीन स्थानीय अवकाश घोषित कर सकते हैं। उन्हें इसका कारण स्पष्ट करते हुए प्रत्येक वर्ष की शुरुआत में इसकी जानकारी संबंधित मंडलायुक्त को देनी होती है। यदि तीन स्थानीय अवकाशों से ज्यादा अवकाश घोषित करने की जरूरत हो तो इसके लिए उन्हें शासन से पूर्वानुमति लेनी होती है। छठ पूजा को स्थानीय स्तर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के बारे में शासन को अभी तक किसी भी जिले से पृर्वानुमति का प्रस्ताव नहीं मिला है।
सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जिलाधिकारियों को जारी शासनादेश में कहा गया है कि जिन जिलों में बड़े स्तर पर छठ पर्व मनाया जाता है वे शासन को यह बताएं कि छठ पूजा को शामिल कर स्थानीय स्तर पर अब तक कितने अवकाश घोषित किये गए हैं? स्थानीय स्तर पर घोषित किये जाने वाले तीन अवकाश में यदि छठ पूजा शामिल नहीं है तो ऐसी स्थिति में छठ पूजा पर्व के लिए अतिरिक्त स्थानीय अवकाश घोषित कर दिया जाए तथा घोषित किये गए अवकाश की प्रति ई-मेल से सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से शासन को उपलब्ध कराते हुए कार्योत्तर अनुमति प्राप्त कर ली जाए।
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने 10 नवंबर को छठ महापर्व के अवसर पर स्थानीय अवकाश घोषित करने का निर्णय किया है।
सीएम योगी ने सोमवार शाम मंडलायुक्तों व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि छठ महापर्व के उपलक्ष्य में जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अवकाश घोषित किया जाए। कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भी स्थानीय अवकाश रहेगा। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी स्थानीय परंपरा व आवश्यकता के अनुसार निर्णय लेकर आदेश जारी करेंगे।
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिन जिलों में छठ का पर्व बड़े स्तर पर मनाया जाता है, उनमें जिलाधिकारी स्थानीय स्तर पर अवकाश घोषित कर सकते हैं। यह भी कहा कि कार्तिक महीने में जिन जिलों में बड़े मेले आयोजित किए जाते हैं, वहां भी जिलाधिकारी छुट्टी कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री सोमवार को छठ पूजा व कार्तिक मास में होने वाले त्योहारों और मेलों के प्रबंधन के बारे में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। माना जा रहा है कि लगभग सभी जिलों में 10 नवंबर को अवकाश रहेगा। पवरें और मेलों के दृष्टिगत जिला स्तर पर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक तथा मंडल स्तर पर मंडलायुक्त व आइजी रेंज या डीआइजी रेंज नियमित समीक्षा करें।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने छठ पर्व को निर्बन्धित अवकाश की श्रेणी में पहले से ही रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्तिक मास में अयोध्या में चौदह कोसी व पंचकोसी परिक्रमा आयोजित होती है। परिक्रमा मार्ग की सफाई के साथ ही जनसुविधाओं की व्यवस्था की जाए।