दिवंगत कर्मियों व शिक्षकों को असाधारण पेंशन की मांग
सूबे के सभी जिलों में कर्मचारियों, शिक्षकों व पेंशनर्स ने जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम को भेजा कई मांगों को लेकर ज्ञापन
लखनऊ : कोरोना से दिवंगत कर्मचारियों और शिक्षकों को असाधारण पेंशन देने सहित कई मांगों को लेकर लखनऊ समेत प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
इससे पहले कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के आह्वान पर संगठनों के पदाधिकारी एवं सदस्य सरोजिनी नायडू मार्ग स्थित कर्मचारी नेता स्व. बीएन सिंह की प्रतिमा स्थल पर एकत्र हुए। इसके बाद उन्होंने अपनी मांगों का ज्ञापन पुलिस कमिश्नर लखनऊ के माध्यम से मुख्यमंत्री को दिया।
इस दौरान समन्वय समिति के प्रदेश प्रवक्ता बीएल कुशवाहा ने बताया कि समन्वय समिति के संयोजक अमरनाथ यादव ने 12 मई को ज्ञापन एवं पुन: 28 मई को नोटिस देकर मुख्यमंत्री एवं शासन के शीर्ष अधिकारियों को मेल किया था। मेल में संक्रमण काल में कर्तव्य पालन के दौरान दिवंगत कर्मचारियों व शिक्षकों के घरवालों को पुरानी-नई पेंशन योजना से आच्छादित का भेद किए बिना पुलिस कर्मियों की भांति असाधारण पेंशन, इलाज पर खर्च धनराशि की शत प्रतिशत प्रतिपूर्ति और महामारी में कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों व शिक्षकों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करने की मांग की गई थी।
कर्मचारी शिक्षक नेताओं ने इस बात पर गहरा असंतोष व्यक्त किया है कि जनवरी 2020 से डीए-डीआर फ्रीज्ड है। सरकार ने इसे रिलीज करने का वायदा किया था, जोकि पूरा नहीं हुआ।
इस अवसर पर राज्य कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एसपी सिंह, प्रदेश अध्यक्ष कमलेश मिश्र, माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री डा. आरपी मिश्र, फील्ड फेडरेशन की प्रदेश सह- संयोजक रेनू, जल संस्थान कर्मचारी महासंघ के महामंत्री राजेंद्र यादव, मिनिस्टीरियल फेडरेशन के महामंत्री पुनीत त्रिपाठी, स्वायत्त्त शासन कर्मचारी महासंघ के महामंत्री चंद्रशेखर, दैनिक वेतन संविदा श्रमिक महासंघ के महामंत्री रामभजन मौर्या, आइसीडीएस सुपरवाइजर्स एसोसिएशन की महामंत्री शशिकांता, वाणिज्य कर मिनिस्टीरियल स्टाफ एसो. के महामंत्री जय प्रकाश, अधीनस्थ कृषि सेवा संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रवेश अन्य लोग मौजूद रहे।