पंचायत चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मियों की मौत का आंकड़ा ठीक करे सरकार, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने रखी कई मांगें
लखनऊ: पंचायत चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के निधन को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने सरकार से आंकड़ा ठीक करने की मांग की है। परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे से बच्चों को बचाने के लिए भी चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने 10 साल से कम उम्र के बच्चों की देखभाल कर रही सभी कामकाजी महिलाओं को कार्यालय आने से छूट प्रदान करने और वर्क फार्म होम की अनुमति देने की सरकार से मांग की है। कहा कि स्कूलों को तब तक बंद रखा जाए जब तक सभी बच्चों का टीकाकरण पूरा न हो जाए। डोर टू डोर जाकर बच्चों का टीकाकरण करने एवं 10वीं व 12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करने के लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को पत्र भेजा है।
आरोप है कि सरकारी तंत्र कोविड-19 के बारे में मुख्यमंत्री को सही स्थिति से अवगत नहीं करा रहा है। पंचायत चुनाव के दौरान संक्रमण से हजारों कर्मचारियों और शिक्षकों ने अपनी जान गंवाई है।
जेएन तिवारी ने कहा कि संक्रमण के कारण दिवंगत कर्मचारियों-शिक्षकों को शीघ्र भुगतान नहीं किया गया तो राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद चुप नहीं बैठेगी। कर्मचारियों की मांगों के संबंध में 30 जून तक का समय दिया गया है। जुलाई में परिषद द्वारा आंदोलन किया जाएगा।