कोविड से मरने वाले कर्मियों के आश्रितों को नौकरी की फाइल लटकाई न जाए: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार के अधीन विभागों में कार्यरत किसी कार्मिक की कोविड से मृत्यु होने पर संबंधित परिवार के प्रति पूरी संवेदनशीलता और सहानुभूतिपूर्वक यथोचित सहयोग किया जाए। अनुग्रह राशि का भुगतान हो या मृतक आश्रित सेवायोजन या अन्य कोई प्रकरण, कोई फाइल लंबित न रहे। मुख्य सचिव स्तर से इस संबंध में यथोचित आदेश जारी कर व्यवस्था प्रभावी बनाने की कार्यवाही हो।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को कोविड-19 प्रबंधन को लेकर टीम-9 के साथ वुर्चअल बैठक में निर्देश दिया कि नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों व सदस्यों के शपथ ग्रहण और ग्राम पंचायत की पहली बैठक का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। कार्यक्रम वर्चुअल होना है, फिर भी यह सुनिश्चित किया जाए कि गांवों में कोविड प्रोटोकॉल का अक्षरशः पालन हो। ग्राम पंचायतों के प्रधान की भूमिका महत्वपूर्ण है। कोविड काल में उनका अतिरिक्त सक्रियता अपेक्षित है। शपथ ग्रहण के बाद निगरानी समितियों के मुखिया के रूप में प्रधान दायित्व निर्वहन करें। सदस्य गण भी निगरानी समितियों में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के कारण कई दंपतियों की असमय मृत्यु हुई है। ऐसे अनाथ व निराश्रित बच्चों के भरण-पोषण और समुचित देखभाल के लिए कार्ययोजना तैयार करते समय नवजात, शिशु, बालक, किशोर आदि आयु वर्ग की आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाए। ब्लैक फंगस से प्रभावितों के उपचार की पूरी व्यवस्था की जाए। निजी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज करा रहे रोगी भी संबंधित मंडलायुक्त को प्रार्थना पत्र देकर दवा प्राप्त कर सकते हैं।