मतगणना नहीं टाली तो कर्मचारी आंदोलन को होंगे विवश
उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने पंचायत चुनाव की मतगणना कुछ दिनों के लिए टाले जाने की मांग की है। परिषद के अध्यक्ष इंजीनियर हरिकिशोर तिवारी ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा है कि मतगणना प्रशिक्षण एवं मतगणना की प्रक्रिया को फिलहाल स्थगित कर दी जाए। सरकार अगर इस विषम स्थिति में कोई फैसला नही लेती तो मजबूरन परिषद को आन्दोलन के लिए विवश होना पड़ेगा।
महामंत्री शिवबरन सिंह यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेम कुमार सिंह ने मौजूदा हालात पर चिन्ता जताते हुए एक बार फिर राज्य सरकार को आगह किया है कि पंचायत चुनाव के नाम पर कर्मचारी, शिक्षक और अवर अभियंताओं की जिन्दगी से खिलवाड़ बंद करें। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि अब तक लगभग 750 कर्मियों की मौते होने की सूचना प्राप्त हो पाई है। जिसमें उनके परिवार के अन्य सदस्यों की मौत के आंकड़े अभी सम्मिलित नहीं है ।
उनका कहना है कि लम्बे अरसे से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग को इस सम्बंध में सम्बोधित करते हुए कोविड गाइड लाइन के अनुपालन, अगले चरणों के मतदान रोकने की मांग कर चुकी है। उनका कहना है कि अब भी समय है कि मतगणना का कार्यक्रम कुछ समय के लिए टाल दिया जाए।
बिना किसी गाइड लाइन का पालन किए अपनाई जा रही चुनाव प्रक्रिया से यह संक्रमण तेजी से पंचायत चुनाव डियूटी में लगे लोगों को अपना शिकार बना रहा है । परिषद के इन नेताओं का कहना है कि हम पहले से ही आग्रह कर रहे थे कि किसी भी कर्मचारी, शिक्षक और जूनियर इंजीनियर्स को बिना संसाधन, पीपीई किट चुनाव डियुटी पर न भेजा जाए लेकिन ऐसा नही किया गया । बस्ते बटने से लेकर प्रशिक्षण तक में कोविड गाइड लाइन के अनुपालन की धज्जियां उड़ती रही ।