पंचायत चुनाव में ज्येष्ठता क्रम में ड्यूटी न लगाने पर उपजी नाराजगी, जताया एतराज
सरकारी इंजीनियरों के संगठन यूपी इंजीनयर्स एसोसिएशन ने पंचायत चुनाव में ड्यूटी लगाए जाने में अभियंताओं के ज्येष्ठता क्रमको नजरअंदाज कियेजाने पर एतराज जताया है। संगठन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस बारे में राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों की अनदेखी की जा रही है। संगठन की ओर से इस बारे में राज्य निर्वाचन आयोग को एक शिकायती पत्र भी भेजा गया है।
संगठन के महासचिव आशीष यादव ने शनिवारको जारी एक बयान में कहा है कि 5400 रूपये ग्रेड पे पाने वाले अभियंता को पीठासीन अधिकारी बना दिया गया जबकि सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया जाना चाहिए था । यह अभियंता राजपत्रित अधिकारी होता है और एसडीएम के समकक्ष होता है। उन्होंने कहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों में स्पष्ट कहा गया था कि अभियंताओं की निर्वाचन ड्यूटी लगाये जाने के सम्बन्ध में निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप उनकी ज्येष्ठता एवं वेतनमान का ध्यान रखा जाए।
अभियंता अधिकारियों को चुनाव में वही कार्य दिया जाए जो उनके समकक्ष अधिकारियों को दिया जाता है तथा अभियंताओं के निर्वाचन सम्बन्धी कार्य सौंपते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि उनके पर्यवेक्षण अधिकारी उनसे उच्च पदस्थ हों, परन्तु स्पष्ट निर्देशों के बावजूद अनेक जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा पंचायत चुनाव में मुख्य अभियंता, जिसका ग्रेड पे रू0 8900 है, की चुनाव ड्यूटी जोनल मजिस्ट्रेट के तौर पर लगायी गयी है जबकि इस ड्यूटी में 6600 रूपये ग्रेड पे वाले अधिशासी अभियंता को लगाया जाना चाहिए। मुख्य अभियंता का कार्यक्षेत्र कई जिलों में होता है।
उन्होंने कहा है कि मण्डल स्तरीय अधिकारी अधीक्षण अभियंता, जिसका ग्रेड पे रू० 8700 /- है, की निर्वाचन ड्यूटी जोनल मजिस्टेज्ट के रूप में लगायी गयी है तथा अधिशासी अभियंता की निर्वाचन ड्यूटी सेक्टरमजिस्टेज्ट के रूप में लगायी गयी है। कई जिलों में सहायक अभियंता की निर्वाचन ड्यूटी पीठासीन अधिकारी/ए.आर. ओ. के रूप में लगायी गयी है एवं उससे कनिष्ठ कर्मियों की निर्वाचन ड्यूटी सेक्टर मजिस्टेज्ट के रूप में लगायी गई है।