केंद्र सरकार ने तय की PPF, NSC और छोटी बचत योजनाओं पर दरें, अब इतना मिलेगा ब्याज
बैंक जमा दरों में कमी के बीच सरकार ने गुरुवार को कहा कि पीपीएफ और एनएससी सहित छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें जनवरी-मार्च तिमाही में अपरिवर्तित रहेंगी।
इस तरह सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) के लिए वार्षिक ब्याज दरें क्रमशः 7.1 फीसद और 6.8 फीसद बनी रहेगी। छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को वित्त मंत्रालय द्वारा तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जाता है।
जनवरी-मार्च तिमाही के लिए छोटी बचत पर नई ब्याज दरें
स्कीम | ब्याज दर |
बचत खाता | 4 फीसद, सालाना |
पब्लिक प्रोविडेंट फंड | 7.1 फीसदी, सालाना |
सुकन्या समृद्धि योजना | 7.6 फीसदी, सालाना |
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना | 7.4 फीसदी, तिमाही |
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स | 6.8 फीसदी, सालाना |
किसान विकास पत्र | 6.9 फीसदी, सालाना |
नेशनल सेविंग्स रेकरिंग डिपॉटिज अकाउंट | 5.5-6.7 फीसदी, तिमाही |
वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा, ''31 मार्च को समाप्त होने वाली 2020-21 की चौथी तिमाही में विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें तीसरी तिमाही (एक अक्टूबर- 31 दिसंबर 2020) के लिए अधिसूचित दरों के समान रहेंगी। इसके अनुसार पांच वर्षीय वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिए ब्याज दर 7.4 फीसद पर बरकरार रखी गई है। वरिष्ठ नागरिकों की योजना पर ब्याज का भुगतान त्रैमासिक आधार पर किया जाता है। बचत जमाओं पर ब्याज दर चार फीसद वार्षिक है।
बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 7.6 फीसद की दर से ब्याज मिलेगा। किसान विकास पत्र (केवीपी) के लिए वार्षिक ब्याज दर 6.9 फीसद पर बरकरार रखी गई है। एक से पांच वर्षों की सावधि जमाओं पर 5.5-6.7 फीसद ब्याज मिलेगा, जबकि पांच वर्षीय आवर्ती जमा पर ब्याज दर 5.8 फीसद है।