आईसीडीएस निदेशालय में वर्षों से जमे बाबू व अधिकारी हटाए जाएंगे
● तैयार हो रही सूची, 10 साल से ज्यादा समय से हैं तैनात तबादले की जद में
● दो दर्जन प्रधान व कनिष्ठ सहायकों समेत कई डीपीओ व सीडीपीओ
लखनऊ। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (आईसीडीएस) निदेशालय में संबंध कर्मियों को हटाने के बाद अब वर्षों से जमे बाबुओं और अधिकारियों को भी हटाने की तैयारी है। दस साल से ज्यादा समय से निदेशालय में तैनात ऐसे बाबुओं और अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है। सूची जल्द ही शासन को भेजी जाएगी। इसकी जद में करीब दो दर्जन प्रधान व कनिष्ठ सहायकों समेत कई डीपीओ व सीडीपीओ आएंगे।
निदेशालय में तमाम प्रधान व कनिष्ठ सहायकों के अलावा करीब आधा दर्जन जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीएपी) और एक दर्जन से अधिक सीडीपीओ ऐसे हैं जो 1995 से तैनात हैं। कई लिपिक तो 15 से 20 सालों से निदेशालय में ही तैनात हैं। कई निवेशकों ने इन्हें हटाने का प्रयास भी किया, लेकिन बाबुओं के कॉकस के आगे उनकी एक न चली।
निदेशक डॉ. सारिका मोहन ने शासन के निर्देश पर कई कर्मचारियों का संबद्धीकरण खत्म कर जिलों में भेजा है। अब बाबुओं व अधिकारियों की बारी है। सूत्रों के मुताबिक कोरोना महामारी के मद्देनजर तबादलों पर रोक है इसलिए इन कर्मचारियों को फिलहाल तो नहीं हटाया जाएगा। लेकिन रोक हटते ही इन्हें भी जिलों में भेजा जाएगा।