■ ये हैं मांगें
• महंगाई भत्ता फ्रीज न किया जाए।
• नई पेंशन योजना में सरकारी अंशदान में की गई चार प्रतिशत कटौती को वापस लिया जाए।
• राज्य सरकारों द्वारा काटे गए अन्य भत्तों को दोबारा शुरू किया जाए।
भत्तों की कटौती के विरोध में व्यापक आंदोलन की तैयारी तेज
, लखनऊ : यूपी विद्युत पेंशनर्स परिषद ने सरकार से मांग की है कि राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को फ्रीज करने का फैसला वापस लिया जाए। परिषद के महामंत्री कप्तान सिंह ने मंगलवार को पेट्रोल डीजल सहित जरूरी सामान की कीमतें बढ़ाए जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जरूरत की चीजों की दरों में बढ़ोतरी करने से कर्मचारी और पेंशनर्स पर महंगाई की दोहरी मार पड़ेगी। सरकार का यह कदम किसी भी दशा में सही नहीं है। संगठन के अध्यक्ष जगमोहन लाल वैश्य ने कहा कि केंद्र सरकार गरीब पेंशनर्स और कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए समानुपातिक आधार पर आवश्यकता अनुसार कटौती करे।
'डीए फ्रीज करने का फैसला सरकार वापस ले'
काला फीता बांध काम करेंगे राज्य कर्मचारी,
लखनऊ : भत्तों की कटौती के विरोध में राज्य कर्मचारियों 10 मई से काला फीता बांध कर काम करेंगे। मंगलवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद विजय कुमार निगम गुट ने ऑनलाइन मीटिंग के बाद यह फैसला किया। परिषद के अध्यक्ष विजय कुमार निगम ने बताया कि इसके बाद भी सरकार ने कर्मचारियों के हित में फैसला नहीं लिया तो विवश होकर आंदोलन करना करेंगे। इस बैठक में परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव यादव, महामंत्री सुरेंद्र पाल सिंह पटेल, सुनील वर्मा, रिजवान अहमद, अरविंद धनगर, नईम, अरुण श्रीवास्तव, वैभव चतुर्वेदी, बुद्धि लाल विनोद, राम ब्रिज रावत सहित अन्य शामिल हुए।
, लखनऊ : केंद्र और राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते समेत अन्य भत्तों की कटौती के विरोध में व्यापक तौर पर आंदोलन की तैयारी है। सरकार से आश्वासन न मिलने पर इंडियन पब्लिक सर्विस एम्प्लॉयीज फेडरेशन (इप्सेफ) ने 19 मई को देशभर में प्रदर्शन का आह्वान किया है। वहीं, 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर सभी स्वास्थ्य कर्मचारी दोपहर 12 बजे मोमबत्ती रोशन करेंगे। मंगलवार को इप्सेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्र की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय स्तर की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इससे पहले मजदूर दिवस पर भी इप्सेफ ने मोमबत्ती जलाकर सरकार के फैसले का विरोध जताया था।
इप्सेफ के सचिव अतुल मिश्र ने बताया कि 19 मई को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए काला फीता बांध कर जो कर्मचारी जहां है वहीं रहते हुए विरोध के स्वर बुलंद करेगा। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को ज्ञापन भी भेजा जाएगा। साथ ही कर्मचारियों की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को ईमेल भी भेजा जाएगा। यही नहीं ट्विटर पर हैशटैग कर आंदोलन को व्यापक बनाया जाएगा। इस आंदोलन को कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के महासचिव शशि कुमार मिश्रा, माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अमरनाथ सिंह, राजकीय निगम महासंघ के महामंत्री घनश्याम यादव, राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ उप्र के अध्यक्ष सुनील यादव सहित राष्ट्रीयस्तर पर विभिन्न संगठनों ने समर्थन किया है।
12 को जलाएंगे कैंडल
अतुल मिश्र ने बताया कि इस क्रम में 12 मई को डॉक्टर, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को जनता के हित में सुदृढ़ करने की मांग को लेकर दोपहर 12 बजे मोमबत्ती जलाई जाएगी।