प्रवासी श्रमिकों का घर-घर सर्वे कराएगी सरकार, रोजगार से जोड़ने की तैयारी
प्रवासी राहत मित्र एप पर होगा सर्वे, श्रमिक की योग्यता व अनुभव भी होगा दर्ज
प्रदेश सरकार लाखों की संख्या में दूसरे राज्यों से घर लौट रहे प्रवासियों का घर-घर सर्वे कराएगी। इसके जरिए प्रवासी की कुशल व अकुशल श्रमिक के रूप में पहचान होगी। इसके बाद इन सभी को रोजगार से जोड़ने का प्रयास होगा। अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने सर्वे से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश जिलाधिकारियों को जारी कर दिए हैं।
प्रदेश सरकार वर्तमान में दूसरे राज्यों से यूपी में पहुंचने के स्थान व यहां से छूटे लोगों को क्वारंटीन केंद्रों व आश्रय स्थलों पर ऑनलाइन ब्योरा दर्ज करा रही है। इसमें प्रवासी के नाम-पते जैसे व्यक्तिगत ब्योरे के साथ उसके कार्य के बारे में जानकारी ली जाती है। पता किया जाता है कि पंचायतीराज विभाग की होगी।
अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने जिलाधिकारियों से कहा है कि वे गांव-गांव सर्वे से संबंधित कार्य के और उनकी पूरी जानकारी दर्ज कराने का फैसला किया है। यह ब्योरा वह कुशल श्रमिक की श्रेणी में आता प्रवासी राहत मित्र एप पर दर्ज किया है या अकुशल। हालांकि प्रदेश में बड़ी संख्या में प्रवासी अपने निजी साधन व माध्यमों से सीधे गांव-घर पहुंच रहे हैं।
शासन ने ऐसे श्रमिकों का घर-घर सर्वे कराकर पता लगाने जाएगा। शहरी क्षेत्र में सर्वे कर ब्योरा जुटाने की जिम्मेदारी नगर विकास समन्वय के लिए मुख्य विकास विभाग, जिलाधिकारियों व स्थानीय अधिकारी अथवा वरिष्ठतम अपर नगर निकायों की होगी ग्रामीण क्षेत्रों जिलाधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करें।
सर्वे में दर्ज होंगी ये सूचनाएं
नाम, उम्र, पता, शैक्षणिक योग्यता, पहचान पत्र संख्या, प्रदेश से वापस आने की तिथि, आश्रय स्थल में कहां से पहुंचे, बैंक का नाम, एकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड, व्यक्ति की श्रेणी, रोजगार का प्रकार, कौशल का नाम, अनुभव वर्ष में, क्या रोजगार चाहता है, आदि।
प्रदेश में अब तक आए 20 लाख प्रवासी कामगार
लखनऊ। प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि विभिन्न माध्यमों से प्रदेश में अब तक 20 लाख प्रवासी कामगार व श्रमिक आ चुके हैं। 1154 ट्रेनों से 15.27 लाख से अधिक प्रवासी कामगार व श्रमिकों को यूपी लाए जाने की व्यवस्था की गई है। इनमें 841 ट्रेन अब तक आ चुकी हैं जबकि 313 ट्रेन अगले 24 से 48 घंटे में प्रदेश के स्टेशनों पर पहुंच जाएंगी। अवस्थी ने बताया कि गोरखपुर में अब तक 142 ट्रेन से 1,73,373 और लखनऊ में 62 ट्रेनों से 78,442 लोग आए हैं।