वित्तीय संसाधनों को जुटाने के लिए हर पहलुओं पर लॉकडाउन से बिगड़े राज्य के वित्तीय विचार किया जा रहा है। पहली हालात को सुधारने के लिए सरकार कई बिंदुओं पर विचार कर रही है। पहली कोशिश यह है कि सोशल डिस्टेंसिंग लागू रखते हुए औद्योगिक और कारोबारी गतिविधियां राज्य में पूरी तरह बहाल हों, ताकि आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौटनी शुरू हों।
वहीं वित्तीय संसाधनों को जुटाने और सरकार के आर्थिक बोझ को कम करने के लिए कई तरह के खर्चों का बजट आधा किए जाने पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। ये वे खर्चे हैं जिससे आम आदमी सीधे प्रभावित नहीं कोशिश यह है कि राज्य में औद्योगिक-कारोबारी गतिविधियां शुरू हो ताकि स्थितियां सुधरनी शुरू हो जाए। सुरेश खन्ना, वित्त मंत्री
ऐसे खर्चों में विभागों द्वारा नये वाहनों की खरीद, गाड़यों के पेट्रोल का खर्च और अनुरक्षण, आतिथ्य व्यय, गुप्त सेवा व्यय, मशीने साजसज्जा उपकरण, पूंजीगत परिसंपत्तियों के सृजन के लिए होता है। अनुदान मद आदि शामिल हैं।