पेशनरों, नियोक्ताओं और एटीएम के लिए एक मई से नियमों में कई बदलाव किए गए हैं। इनमें जहां एटीएम के लिए नई प्रणाली बनाई गई है, वहीं पेंशनरों और नियोक्तओं को कई राहतें दी गई हैं।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) 6.3 लाख पेंशनभोगियों को पूरी पेंशन देना शुरू कर देगा, जिन्होंने रिटायरमेंट के समय कम्युटेशन का विकल्प चुना था। इससे देशभर के ईपीएफओ पेंशन प्राप्त कर्ता को बड़ी राहत मिलेगी।इस मामले में 15 साल के बाद कुछ समय के बाद पूर्ण पेंशन बहाल कर दी जाती है। इस फैसले से 26 सितंबर, 2008 से पहले रिटायर होने वाले 6.3 लाख पेंशनभोगियों कोफायदा होगा। सरकार पर इस फैसले से करीब 1500 करोड़ रुपये का बोझ आएगा।
इसके साथ ही कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एटीएम के लिए एक नई प्रणाली रखी जाएगी। नए नियम के अनुसार, प्रत्येक उपयोग के बाद इसे संक्रमण मुक्त बनाने के लिए साफ किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद,तमिलनाडु के चेन्नई में शुरू किया गया है। हॉटस्पॉट में अब नगर निगम एक एटीएम को दिन में दो बार साफ करेगा। स्वच्छता नियमों का पालन नहीं किया जाता है, तो एटीएम कक्ष को सील कर दिया जाएगा।
बकाया भुगतान के बिना पीएफ रिटर्न जमा हो सकेगा
ईपीएफओ ने नियोक्ताओं को बकाये का साथ-साथ भुगतान किए बिना पीएफ रिटर्न जमा कराने की अनुमति दे दी है। इस कदम से कोरोना महामारी के चलते लागू लॉकडाडन के बीच करीब छह लाख कंपनियों को राहत मिलेगी। नियोक्ताओं को पीएफ रिटर्न दाखिल करने के साथ-साथ बकाये का भुगतान भी करना होता है। कोरोना से उत्पन्न हुई संकट की इस स्थिति के मद्देनजर मासिक इलेक्ट्रॉनिक चालान-सह-रिटर्न को सांविधिक योगदान से अलग कर दिया गया है।