6.3 लाख पेंशनर्स को फायदा, मई महीने से मिलेगी पूरी पेंशन
अगले महीने से रिटायरमेंट के समय कम्यूटशन का विकल्प चुनने वालों को मिलेगी पूरी पेंशन। EPFO सब्सक्राइबर्स की पेंशन में काफी इजाफा हो जाएगा, जो 26 सितंबर 2008 से पहले रिटायर हुए थे और पेंशन के आंशिक कम्यूटेशन का विकल्प चुना था।
■ हाइलाइट्स:
● रिटायरमेंट के समय कम्यूटेशन का विकल्प चुना था, उन्हें मई से मिलेगी पूरी पेंशन मिलेगी
● कम्यूटेशन चुनने वालों को पूरी पेंशन कुछ समय बाद बहाल की जाती है, यह अवधि 15 साल की है
● पूरी पेंशन बहाल करने का नोटिफिकेशन फरवरी में जारी किया था, इस कदम से 6.3 लाख लोगों को होगा फायदा
नई दिल्ली
एंप्लॉयीज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) उन लोगों को मई से पूरी पेंशन देना शुरू करेगा, जिन्होंने रिटायरमेंट के समय कम्यूटेशन का विकल्प चुना था। कम्यूटेशन का विकल्प पेंशनभोगियों को दिया जाता है ताकि अगर वे चाहें तो अपनी मंथली पेंशन का एक हिस्सा रिटायरमेंट के समय एकमुश्त ले लें।
630,000 पेंशनभोगियों को लाभ
यह विकल्प चुनने वालों को पूरी पेंशन कुछ समय बाद बहाल की जाती है। इस मामले में यह अवधि 15 साल की है। सरकार ने पूरी पेंशन बहाल करने का नोटिफिकेशन फरवरी में जारी किया था। इस कदम से हर महीने 630,000 पेंशनभोगियों को लाभ होगा।
सरकारी खजाने पर 1500 करोड़ का बोझ
सरकार पर इससे 1500 करोड़ रुपये का बोझ आएगा। इस वक्त कोरोनावायरस से बने हालात से निपटने में सरकार को संसाधनों की तंगी का सामना करना पड़ रहा है और वह लोगों से दान देने की अपील तक कर चुकी है। एक पीएम केयर्स फंड भी इस मकसद से बनाया गया है, जिसके ऑडिट की प्रक्रिया पर हालांकि विपक्ष ने सवाल उठाए हैं।
अब पूरी पेंशन देने को तैयार EPFO
EPFO लेबर मिनिस्ट्री के तहत काम करने वाला सोशल सिक्यॉरिटी ऑर्गनाइजेशन है। यह एंप्लॉयीज प्रॉविडेंट फंड और एंप्लॉयीज पेंशन स्कीम को मैनेज करता है। सूत्रों ने ईटी को बताया कि वायरस का प्रकोप बढ़ने के बाद EPFO से कहा गया था कि वह अपने सॉफ्टवेयर और दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता के आधार पर इस तरह बदले ताकि बहाल की जाने वाली पेंशन यथाशीघ्र दी जा सके। एक सीनियर सरकारी अधिकारी ने ईटी को बताया, 'स्कीम के लिए नोटिफिकेशन फरवरी में जारी कर दिया गया था, लेकिन सॉफ्टवेयर में बदलाव करने में कुछ महीने लग गए। अब हम पूरी पेंशन देने के लिए तैयार हैं।'
26 सितंबर 2008 से पहले रिटायर हुए पेंशनर्स को फायदा
इससे उन EPFO सब्सक्राइबर्स की पेंशन में काफी इजाफा हो जाएगा, जो 26 सितंबर 2008 से पहले रिटायर हुए थे और पेंशन के आंशिक कम्यूटेशन का विकल्प चुना था। इसे इस तरह समझा जा सकता है कि अगर कोई व्यक्ति 1 अप्रैल 2015 को रिटायर हुआ हो तो वह 15 साल बाद 1 अप्रैल 2020 से पूरी पेंशन पाने का हकदार होगा।
क्या कहते हैं EPS के नियम?
ईपीएस के नियमों के अनुसार, 26 सितंबर 2008 से पहले रिटायर हुए EPFO मेंबर को कम्यूटेड पेंशन के रूप में अपनी पेंशन का अधिकतम एक तिहाई हिस्सा एकमुश्त मिल सकता था, वहीं बाकी दो तिहाई हिस्सा उसके जीवनकाल में मासिक पेंशन के रूप में दिया जाना था।
कम्यूटेशन बेनिफिट की पात्रता
ईपीएफ के मौजूदा नियमों के अनुसार, EPFO मेंबर्स के पास कम्यूटेशन बेनिफिट की पात्रता नहीं है। EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने पिछले साल 21 अगस्त को एक मीटिंग में कम्यूटेशन विकल्प चुनने वाले लोगों की पूरी मंथली पेंशन बहा करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।