ई स्टाम्प से होगी संपत्तियों की रजिस्ट्री, जनवरी 2021 से पूरी तरह बन्द हो जाएगा स्टाम्प।
अभी तक 5000 रूपये से ऊपर ही ई-स्टाम्प की बिक्री होती थी, अब किसी भी मूल्य के ई-स्टाम्प खरीदे जा सकेंगे। जो 226 स्टाम्प विक्रेता अधिकृत किये गये हैं वह पहले 15000 रूपये तक के ही स्टाम्प बेच सकते थे। अब यह वेण्डर किसी भी मूल्य के ई-स्टाम्प बेच सकेंगे।
प्रदेश सरकार ने प्रदेश में फर्जी स्टाम्प के बिक्री तथा स्टाम्प घोटाले को रोकने के लिए भौतिक स्टाम्प के स्थान पर ई-स्टाम्पिंग प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से प्रभावी होगी।
यह जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन वीना कुमारी वीना ने बताया कि ई-स्टाम्पिंग का मुख्य उद्देश्य फर्जी स्टाम्पों पर अंकुश लगाना तथा स्टाम्प की छपाई-ढुलाई इत्यादि पर आने वाले व्यय में कमी लाना है। प्रमुख सचिव स्टाम्प ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा केन्द्रीय अभिलेख अनुरक्षण अभिकरण स्टाक होल्डिंग कारपोरेशन आफ इण्डिया लिमिटेड को सभी मूल्य के ई-स्टाम्प प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अधिकृत किया गया है। प्रदेश के सभी कोषागारों में उपलब्ध स्टाम्प को प्रयुक्त किये जाने के निमित्त वर्तमान में भौतिक स्टाम्प एवं सम्पूर्ण ई-स्टाम्प को प्रचलित रखने की व्यवस्था की गयी है। बाद में पूर्ण रूप से ई-स्टाम्पिंग प्रणाली से प्रतिस्थापित किया जायेगा।
वीना कुमारी ने बताया कि ई-स्टाम्पिंग नियमावली के नियम-13 में वांछित संशोधन कर स्टाम्प विक्रेताओं को प्राधिकृत संग्रह केन्द्र (ए.सी.सी.) के रूप में कार्य करने हेतु अधिकृत किया गया है।