गृहकर जमा करने के लिए मकान का फोटो होगा जरूरी
19 Nov 2019
शहरों में कोठी की जगह जर्जर भवन दिखाकर कम गृहकर देने का खेल अब नहीं चल पाएगा। गृहकर जमा होने से पहले अब संबंधित मकान की फोटो कराई जाएगी और इसे उसकी रसीद पर अनिवार्य रूप से लगाया जाएगा। नगर निगम स्वयं गृहकर जमा करने से पहले मकान की फोटो कराकर कर निर्धारण की हकीकत को परखेगा।
नगर निगम गृहकर की रसीद पर अब मकान का चित्र भी लगाएगा
पहले चरण में बड़े शहरों में लागू होगी व्यवस्था: नगर विकास विभाग पहले चरण में यह व्यवस्था 15 नगर निगमों अलीगढ़, मेरठ, आगरा, कानपुर, गोरखपुर, गाजियाबाद, वाराणसी, इलाहाबाद, लखनऊ, झांसी, सहारनपुर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद और बरेली में लागू करेगा। अयोध्या और वृंदावन-मथुरा नगर निगम में यह व्यवस्था बाद में लागू की जाएगी।
शासन का मानना है कि इस नई व्यवस्था के बाद गृहकर निर्धारण और वसूली में होने वाला घालमेल काफी हद तक रुकेगा। मकान मालिका द्वारा दी गई फोटो और नगर निगम से मौके पर जाकर खिंचाई गई फोटो से गृहकर तय होने की हकीकत का पता चलेगा।
गृहकर रसीद में होगी सभी जानकारी: नई गृहकर रसीद में मकान से संबंधित सभी जानकारियां दी जाएंगी। यह रसीद ‘कंप्यूटर पेपर ए फोर' पर अब होगी। इसमें मकान मालिक का नाम, वार्ड संख्या और पूरा पता होगा। इसके दूसरी तरफ मकान की फोटो होगी।
इसके बाद 16 कालम बनाते हुए पूरी जानकारी दर्ज की जाएगी। प्रापर्टी की पहचान संख्या, भवन क्रमांक, कुल जमीन, भवन का प्रकार, निर्मित क्षेत्रफल, कुल क्षेत्रफल, सड़क की चौड़ाई जिस पर मकान बना हुआ है।
इसके साथ ही अगर मकान किराए पर है तो उसकी जानकारी, भवन का वार्षिक मूल्यांकन, छूट का विवरण, इसके बाद वार्षिक मूल्यांकन होगा। इसके नीचे वास्ताविक गृहकर, सीवर कर और जलकर में लिए जाने वाले पैसे का ब्यौरा होगा।