दिसंबर 2016 के रेकॉर्ड की जांच से खुल सकते हैं बड़े घोटाले
हुई लेकिन कुछ व्यावहारिक दिक्कतों के चलते फिलहाल इस पर आम राय नहीं बन पाई है। पहले चरण में सभी थानों पर बायोमीट्रिक मशीनें लगाने पर विचार हुआ है क्योंकि होमगार्डों की 80 प्रतिशत ड्यूटी थानों में ही लगाई जाती हैं। इसके बाद जरूरत पड़ने पर उनके अन्य ड्यूटी पॉइंट पर भी मशीनें लगाने पर विचार होगा। मंगलवार को थानों में बायोमीट्रिक मशीनें लगाने को लेकर एनआईसी, होमगार्ड के वरिष्ठ अधिकारियों व गृह विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई गई है। अंतिम फैसला मंगलवार को होगा।
मस्टर रोल व रजिस्टर में कई खामियां : लखनऊ व नोएडा में होमगार्डों के मस्टर रोल, थाने की जीडी की पड़ताल में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। जीडी में कई-कई दिन तक होमगार्डों की ड्यूटी की इंट्री नहीं की गई है। बैक डेट में उपस्थिति दर्ज करवाई गई। इन गड़बड़ियों के चलते थानों को एसएचओ और होमगार्ड के अधिकारी ड्यूटी रजिस्टर को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।• एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ : नोएडा और लखनऊ में होमगार्डों की ड्यूटी और भुगतान में हुए फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद अब गड़बड़ियों को रोकने के लिए तकनीक का सहारा लिया जाएगा। होमगार्डों और उनकी ड्यूटी के सत्यापन के लिए सभी थानों में बायोमीट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी। इसके साथ ही मस्टर रोल पर उनकी ड्यूटी के सत्यापन के लिए सभी थानेदारों को लॉग इन आईडी व पासवर्ड दिए जाएंगे ताकि वे ड्यूटी का सत्यापन ऑनलाइन कर सकें।
प्रमुख सचिव होमगार्ड अनिल कुमार ने बताया कि गड़बड़ियों को रोकने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करेंगे। इस संबंध में सोमवार को एनआईसी के अफसरों के साथ एक बैठक की गई है। इसमें कई बिंदुओं पर अहम चर्चा हुई। इसमें रेटीना व फिंगरप्रिंट वाली बायोमीट्रिक मशीनें लगाने पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। लोकेशन ऐप को लेकर भी चर्चा
फर्जीवाड़ा और गलत भुगतान रोकने के लिए एनआईसी की ली जाएगी मदद
थानेदारों को मस्टर रोल पर ड्यूटी चढ़ाने के लिए मिलेगी लॉग इन आईडी
एरियर के भुगतान के लिए दिसंबर 2016 से लेकर सितंबर 2019 के ड्यूटी रजिस्टर व रेकॉर्ड की जांच से कई और जिलों के घोटाले सामने आ सकते हैं। दरअसल इस दौरान सभी पुराने रजिस्टर व थानों के दस्तावेज की जांच होगी। ड्यूटी स्थल अधिकारी और होमगार्डों के हस्ताक्षर का मिलान कराया जाएगा। अगर ड्यूटी स्थल अधिकारी, होमगार्ड अधिकारी हस्ताक्षर और ड्यूटी को सत्यापित कर देते हैं तो कोई बात नहीं लेकिन सत्यापित नहीं करते हैं तो सभी मामले जांच की जद में आएंगे। दस्तावेजों की गहन जांच से ही गड़बड़ियां तलाशी जाएंगी। यह भी देखा जाएगा कि पुलिस अधिकारी और होमगार्ड अधिकारी मिलीभगत कर मामले को दबा न सकें। लखनऊ के गुडंबा व विभूतिखंड थाने में ड्यूटी को लेकर हुए गडबड़झाले की जांच पूरी हो गई है। जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। फर्जी बैंक खातों में भुगतान की आशंका !
लखनऊ व नोएडा की जांच में यह सामने आ रहा है कि फर्जी ड्यूटी के नाम पर हुए भुगतान घोटाले में फर्जी बैंक खातों में रकम ट्रांसफर की गई है। ताकि जांच होने पर गुमराह किया जा सके। इसलिए सभी होमगार्डों से उनके बैंक खातों की डिटेल भी मांगी गई है और उन सभी का सत्यापन कराया जा रहा है। जांच के बाद फर्जी पाए गए सभी खातों के खाताधारकों पर शिकंजा कसेगा।