पिछड़े 8 जिलों में डॉक्टर तैनाती के नियम बदलेंगे
17 Nov 2019
प्रदेश सरकार राज्य के आठ अति पिछड़े जिलों के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को राहत देने के लिए डॉक्टरों को उनके गृह जनपद में तैनात नहीं करने की अपनी नीतियों को शिथिल करने की तैयारी कर रही है। इसके तहत चयनित होकर आ रहे नए डॉक्टरों को राज्य के आठ अति पिछड़े जिलों में गृह जनपद का होने पर भी तैनाती मिल सकेगी।
चयनित होकर आ रहा कोई डॉक्टर श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, चंदौली, चित्रकूट, फतेहपुर, सिद्धार्थनगर और सोनभद्र जिलों में से किसी एक जिले का रहने वाला होगा, तो उसे अपने गृह जिले में तैनाती मिल सकेगी। अभी तक चिकित्सकों को अपने गृह जिले में तैनाती नहीं देने की नीति है। इन जिलों के सरकारी अस्पतालों में करीब 40 फीसदी पद खाली होने के कारण नीति को शिथिल करने का प्रस्ताव है। लोक सेवा आयोग ने चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग को पहली खेप में 1300 डॉक्टर दे दिए हैं। बाकी 700 के लिए आयोग औपचारिकताएं पूरी कर रहा है। दिसम्बर तक इन्हें भी विभाग को सौंप दिया जाएगा।