त्योहारी सीजन शुरू हो गया है लेकिन केंद्रीय कर्मचारियों के डीए व बोनस की घोषणा भी अभी तक नहीं हुई है। इससे उनमें खासी मायूसी है। कर्मचारी संगठनों में भी केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी है।
जिले में केंद्र के सेवारत व रिटायर कर्मचारियों की बड़ी संख्या है। रेलवे, सीडीए पेंशन, आयकर विभाग, एजी ऑफिस, सीपीडब्लूडी, डाक विभाग, आरएमस आदि विभाग के करीब 50 से 60 हजार लोग हैं। कनफेडरेशन ऑफ सेट्रल गवर्नमेंट इम्प्लाइज एंड वर्कर के राष्ट्रीय सहायक महासचिव सुभाष चंद्र पांडेय ने बताया कि वर्ष में दो बार सरकार की ओर से डीए बढ़ाकर भुगतान किया जाता है। इस वर्ष की दूसरी छमाही के तीन माह बीत गए हैं। त्योहारी सीजन भी शुरू हो गया है लेकिन डीए की घोषणा अभी तक नहीं हुई है। सीडीए पेंशन विभाग में सेवारत बसीर अहमद ने बताया कि केंद्र के सभी कर्मचारियों व रिटायर लोगों को करीब 5 फीसदी डीए मिलना है लेकिन सरकार की उदासीनता से कर्मचारियों में काफी नाराजगी है। सीओसी के अध्यक्ष टीपी मिश्रा ने भी डीए व बोनस की घोषणा नहीं होने पर नाराजगी जताई। कहा, केंद्र सरकार कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कर रही है। पीछे के सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ। दूसरी छमाही शुरू होते ही डीए व बोनस की घोषणा कर दी जाती थी। पहली बार है जब त्योहारी सीजन शुरू होने के बाद भी डीए व बोनस देने की कोई घोषणा भी नहीं की गई।
दिल्ली के जंतर-मंतर में हुआ विरोध
कर्मचारियों के प्रति केंद्र सरकार की उदासीनता को लेकर सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर में 10 फेडरेशन के लोगों की बैठक हुई। इसमें सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रीय सहायक महासचिव सुभाष पांडेय ने बताया कि इस बैठक में डीए-बोनस समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की गई।