ई-गवर्नेंस का दावा लेकिन 28 विभागों की वेबसाइट पड़ी ठप, दो महीने से बंद पड़ी हैं वेबसाइट्स, विभागों का तर्क- अपडेट हो रही हैं
सचिवालय पर बढ़ गया लोड
विभागों की वेबसाइट बंद होने का असर सचिवालय पर काफी असर पड़ा है। लोग जानकारियों के लिए सचिवालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले दो महीने में सचिवालय में बनने वाले रोजाना के पासों को लोड करीब 20 प्रतिशत बढ़ गया है। वहीं, अनुभागों में भी कर्मचारी परेशान हैं कि वे अपना काम करें या जानकारी दें।
पिछले दो महीनों से सरकारी विभागों की ज्यादातर वेबसाइट को क्लिक करते ही 'एरर 404' बताने लगता है। जरूरतमंद लोग वेबसाइट पर मौजूद जानकारियां भी इन वेबसाइटों से नहीं ले पा रहे हैं। वहीं, विभाग के स्तर पर भी जानकारी करने की कोशिश हुई तो पता ही नहीं चला कि क्यों वेबसाइटें बंद हैं। कुछ अधिकारियों ने केवल इतनी ही जानकारी दी कि एनआईसी वेबसाइटों में कुछ फेरबदल कर रहा है, अपडेशन होने तक वेबसाइट बंद रहेंगी।
विभाग की योजनाओं और विभाग की तरफ से जनहित में जारी होने वाली सूचनाओं के लोगों तक पहुंचने के लिए विभागों को ऑनलाइन किया गया था। हर विभाग की अपनी वेबसाइट बनाई गई थी, जिसमें विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने के नंबरों से लेकर जनता के लाभ के लिए सूचनाएं तक फ्लोट की जाती थीं। इसके अलावा कार्यक्रमों की जानकारी से लेकर शासनादेशों तक का ब्योरा इसमें होता था। हालांकि पिछले दो महीनों से लोगों के पास विभागों की जानकारी के लिए सचिवालय के चक्कर काटने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा है। वजह है, वेबसाइट का बंद हो जाना। अब शासन स्तर की छोटी से छोटी जानकारी के लिए भी लोगों को सचिवालय पहुंचना पड़ रहा है।
इन विभागों की वेबसाइट हैं बंद
समाज कल्याण, नगर विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उच्च शिक्षा, गन्ना विकास, माध्यमिक शिक्षा, पिछड़ा वर्ग कल्याण, ऊर्जा, वित्त, स्वास्थ्य, नियुक्ति विभाग, एग्रीकल्चर एजुकेशन ऐंड रिसर्च, धर्मार्थ, सामान्य प्रशासन, युवा कल्याण, राज्य संपत्ति विभाग, वाह्य साहयातित परियोजना, समन्वय, प्रदेश पुनर्संगठन एवं समन्वय, विजिलेंस, सैनिक कल्याण, समग्र ग्राम विकास विभाग, राष्ट्रीय एकीकरण, हथकरघा, विधाई, सेरीकल्चर, प्लानिंग और भाषा विभाग की वेबसाइट बंद हैं।