12 लाख बुजुर्गो व महिलाओं को पेंशन देने के निर्देश जारी, पात्रता के बावजूद सरकार से पेंशन नहीं मिल रही थी
लखनऊ : प्रदेश के 12 लाख बुजुर्गो व निराश्रित महिलाओं को पेंशन का लाभ मिलेगा। यह वह लोग हैं जिन्हें पात्रता के बावजूद सरकार से पेंशन नहीं मिल रही थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विभाग के अफसरों को इन छूटे हुए लोगों को जल्द पेंशन देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री सोमवार को समाज कल्याण सहित विभिन्न विभागों की छात्रवृत्ति एवं पेंशन योजनाओं के साथ ही सोशल इकोनॉमी एंड कास्ट सेंसस 2011 के छूटे हुए पात्र लाभार्थियों के चयन के लिए की जा रही कार्यवाही की समीक्षा कर रहे थे। इसमें पाया गया कि प्रदेश में नौ लाख बुजुर्ग ऐसे हैं जिन्हें वृद्धावस्था पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। जबकि, यह पेंशन पाने की पूरी अर्हता रखते हैं।
साथ ही तीन लाख निराश्रित महिलाएं मिली हैं जिन्हें निराश्रित महिला पेंशन नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री ने इन सभी के ऑनलाइन फार्म भरवाकर पेंशन स्वीकृत करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आवेदन भरवाने की प्रक्रिया ऐसी होनी चाहिए कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित न रह जाएं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम ने अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए वर्ष 2017-18 का अवशेष राज्यांश 177 करोड़ रुपये जारी करने के निर्देश दिए हैं। इससे उन छात्रों को छात्रवृत्ति मिल जाएगी जो बजट के अभाव में छूट गए थे।
सीएम ने छात्रवृत्ति योजना की दूसरी किश्त 26 जनवरी तक हर हाल में वितरित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018-19 में अनुसूचित जाति व जनजाति छात्रवृत्ति की पात्रता के लिए परिवार की कुल आय दो लाख रुपये से बढ़ाकर 2.50 लाख रुपये कर दी है।
पूर्वदशम छात्रवृत्ति 2,250 रुपये वार्षिक से बढ़ाकर तीन हजार रुपये की गयी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछली सरकार से ज्यादा छात्रवृत्ति दी है। इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ओम प्रकाश राजभर, युवा कल्याण मंत्री चेतन चौहान सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे