सीएम की बैठकों में लापरवाही पड़ेगी भारी, सीएम के सवालों से बचने के लिए बैठकों से लगातार गायब हो रहे अफसर
लखनऊ : प्रदेश के हर मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संजीदगी अफसरों को नागवार गुजरने लगी है। यही वजह है कि अफसर किसी न किसी बहाने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठकों से गायब होने लगे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री ने 6 साल बाद राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक बुलाई थी।
मंत्री से लेकर बाकी अधिकारी मौजूद रहे मगर राहत आयुक्त संजय कुमार ही इस मीटिंग में नहीं पहुंचे। उन्हें ही मीटिंग का अजेंडा पेश करना था। बैठक में न आने का कारण जब मुख्यमंत्री ने पूछा, तो उन्हें बताया गया कि बैडमिंटन खेलते समय संजय को चोट लग गई है। इस बात से नाराज सीएम योगी आदित्यनाथ ने तुरंत उन्हें हटाने का निर्देश दे दिया। सीएम दफ्तर ने अब इस तरह के सभी लापरवाह अफसरों पर ऐक्शन की तैयारी शुरू कर दी है।
■ सौभाग्य की मीटिंग से गायब रहे थे डीएम जौनपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को हर जिले में बिजली विभाग की सौभाग्य योजना की समीक्षा के लिए मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री आरके सिंह भी दिल्ली से आए थे। कई जिलों के अधिकारी भी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे। बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा ने जौनपुर में योजना की प्रगति के बारे में बोलना शुरू किया तो पता चला कि वहां के डीएम अरविंद मलप्पा मीटिंग में ही नहीं आए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूछा कि डीएम कहां गए/ तो उन्हें बताया गया कि वे छुट्टी पर हैं। योगी ने मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे से पूछा, मोहर्रम में इन्हें छुट्टी किसने दे दी। इस पर सब एक दूसरे का मुंह देखने लगे।
■ कई अफसर बहाना बनाकर नहीं आते मीटिंग में : कई अफसर मीटिंग में न आना पड़े। इसके लिए बहाना बनाने लगते हैं। कुछ तो अपने जूनियर अफसरों को मीटिंग में भेज देते हैं। ताकि मुख्यमंत्री के सवालों का सामना न करना पड़े। पिछले ही महीने कानून और व्यवस्था को लेकर सीएम ने एक मीटिंग बुलाई थी। डीजीपी से लेकर प्रमुख गृह सचिव इसमें बुलाए गए थे। जिलों के एसपी से लेकर इलाके के आईजी और एडीजी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे। महिलाओं के खिलाफ अपराध पर सीएम योगी निर्देश दे रहे थे। इस दौरान एडीजी रैंक के एक आईपीएस अधिकारी चाय की चुस्की लेते हुए बात करते रहे। पहले तो योगी कुछ नहीं बोले, बाद में उन्हें भी डांट पड़ी।