सरकार खींचेगी तंबाकू की ‘लक्ष्मण रेखा’, स्कूलों, अस्पतालों, सरकारी दफ्तरों के बाहर खींची जाएगी 100 गज के दायरे में पीली पट्टी
तंबाकू नियंत्रण अभियान को धार देने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब इसकी लक्ष्मण रेखा तय करेगा। स्कूलों, चिकित्सालयों के साथ सरकारी प्रतिष्ठानों के 100 गज के दायरे में पीली पट्टी खींची जाएगी। इसमें तंबाकू चबाना और धुआं उड़ाना प्रतिबंधित होगा। परिसर में कार्यरत लोगों संग बाहर से आने वालों पर उल्लंघन की स्थिति में कोटपा एक्ट 2003 के तहत जुर्माना भी लगाया जाएगा। इसके साथ जागरूकता के लिए स्वास्थ्य विभाग यलो लाइन कैंपेन चलाएगा, इसके लिए 31 अगस्त तक की टाइम लाइन दी गई है।
■ बनाए जाएंगे नोडल अफसर : टोबैको फ्री जोन की निगरानी के लिए दफ्तरवार नोडल अधिकारी बनाए जाएंगे। इसमें प्रतिष्ठान के प्रभारी या नामित कोई अधिकारी व कर्मचारी होंगे, जो जुर्माने की रसीद काटेंगे। यह 200 रुपये तक होगा। प्रतिष्ठानों के गेट पर ‘तंबाकू मुक्त क्षेत्र’, ‘धूमपान रहित क्षेत्र’ और ‘यहां धूमपान करना अपराध है’ लिखे बोर्ड लगाने होंगे।
■ तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान: स्कूलों की 100 गज की परिधि में तंबाकू उत्पाद विक्रय पर 200 रुपये का जुर्माना लगेगा। इसके लिए शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को संस्था के बाहर चेतावनी बोर्ड लगाना होगा। इस पर ‘तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान’ के साथ लिखना होगा कि संस्थान के 100 गज के दायरे में सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पाद की बिक्री दंडनीय है।
■ बैठक में खाका, सर्वे में बनी रणनीति: पिछले माह प्रदेश स्वास्थ्य महानिदेशालय में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर अभियान का खाका खींचा गया। इसे लागू करने को सर्वे कर रणनीति भी बनी। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के केंद्रीय अधिकारियों ने दो दिन में बनारस का सर्वे भी किया। हालांकि, टीम कोई ऐसा स्थान चिह्नित नहीं कर पाई जहां विशेष अभियान चलाने की दरकार हो। ऐसे में तय हुआ कि सरकारी दफ्तरों, शिक्षण संस्थानों व चिकित्सा इकाइयों को तंबाकू मुक्त करने पर जोर दिया जाएगा।
■ प्रदेश में 15 अगस्त को हुई थी अभियान की शुरुआत
मुहिम की शुरुआत 15 अगस्त से की जा चुकी है। इसमें स्कूलों-अस्पतालों व सभी सरकारी प्रतिष्ठानों में तंबाकू छोड़ने की शपथ दिलाई जा चुकी है। तिरंगे को साक्षी मान ली गई शपथ की तस्वीरें प्रदेश तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ को भेजी गई हैं। हालांकि, कवायद का खास असर नहीं दिख रहा।
■ 26 जनवरी तक मिल सकेगी तंबाकू से आजादी, लक्ष्य तय
शासन ने 26 जनवरी 2019 तक तंबाकू से आजादी का लक्ष्य रखा है। इसके लिए राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम व कोटपा -2003 को तय तिथि तक पूरी तरह प्रभावी किया जाना है। कैंपेन को इस जागरूकता अभियान की कड़ी माना जा रहा। शुरुआत सरकारी प्रतिष्ठानों, अस्पतालों और स्कूलों से की जा रही है। तंबाकूजनित जानलेवा बीमारियों से बचाना व स्वच्छता को मुकाम दिलाना इसका उद्देश्य है।