1090 चौराहे से कालीदास मार्ग तक स्वर्ण युवा महासभा प्रमोशन में आरक्षण का पुरजोर विरोध मार्च निकालते समर्थक एवं गोमती नगर स्थित अंबेडकर पार्क से आरक्षण बचाओ संघर्ष का पुरजोर विरोध कर आरक्षण बचाओ पैदल मार्च में हिस्सा लेते समर्थक1090 चौराहे से कालीदास मार्ग तक स्वर्ण युवा महासभा प्रमोशन में आरक्षण का पुरजोर विरोध मार्च निकालते समर्थक एवं गोमती नगर स्थित अंबेडकर पार्क से आरक्षण बचाओ संघर्ष का पुरजोर विरोध कर आरक्षण बचाओ पैदल मार्च में हिस्सा लेते समर्थकराज्य ब्यूरो, लखनऊ : पदोन्नति में आरक्षण के समर्थकों ने रविवार को ‘आरक्षण बचाओ पैदल मार्च’ किया। इसमें बड़ी संख्या में आरक्षण समर्थक कर्मचारी-अधिकारी शामिल हुए। मार्च को सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति खेमकरन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। समर्थकों ने 17 जून को स्वाभिमान दिवस मनाने का एलान किया है।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित पैदल मार्च डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मारक गोमती नगर से सुबह छह बजे प्रारंभ हुआ। मार्च में आरक्षण के लिए नारे लग रहे थे। इससे पहले वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में यदि फिर से आरक्षण अधिनियम न लाया गया तो राज्य सरकार का प्रबल विरोध किया जाएगा। यह भी चेतावनी दी कि जल्द ही इसके लिए प्रदेश में विशाल रैली आयोजित की जाएगी। पिछड़े वर्गो के लिए पदोन्नति में आरक्षण की वर्ष 1978 में लागू व्यवस्था पुन: बहाल करने की मांग भी इस दौरान की गई। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि यदि प्रदेश की सरकार दलित कार्मिकों की हितैषी है तो 24 घंटे के अंदर आरक्षण अधिनियम 1994 की धारा-3(7) को 15-11-1997 से बहाल कराये। 1उन्होंने बताया कि 17 जून,1995 को पदोन्नति में आरक्षण का 77वां संशोधन लागू हुआ था, इसलिए इस दिन को स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। चेतावनी दी गई कि यदि प्रदेश सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण लाभ न दिया तो एक साझा मंच बनाकर सभी राज्यों के दलित कार्मिक दिल्ली में डेरा डालेंगे। पैदल मार्च का नेतृत्व आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा, केबी राम, डॉ. रामशब्द जैसवारा, आरपी केन, अनिल कुमार, अजय कुमार, श्याम लाल, अंजनी कुमार, रीना रजक, पीएम प्रभाकर आदि ने किया।