आधार जारी करने वाले यूआईडीएआई ने चेहरे के जरिये सत्यापन (फेस रिक्गनाइजेशन) शुरू करने की योजना को एक महीने के लिए टाल दिया है। अब यह सुविधा एक अगस्त से *शुरू होगी। .
यूआईडीएआई के सीईओ अजय भूषण पांडे ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस नई सुविधा की तैयारी के लिए कुछ और समय चाहिए। पहले इसे एक जुलाई से शुरू करने का कार्यक्रम था। यूआईडीएआई आधार के लिए सत्यापन की मौजूदा आइरिस व अंगुलियों के निशान के साथ साथ यह नई सुविधा शुरू कर रही है ताकि आधार बनवाते समय सत्यापन के लिए एक और विकल्प मिल सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि संस्थान एक अगस्त से इसे लागू कर पाएगा। वहीं दूसरी ओर सरकार ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से अपनी प्रणालियों व नेटवर्क में उचित बदलाव करने को कहा है कि ताकि आधार संख्या की जगह वर्चुअल आईडी का इस्तेमाल संभव हो।.
यह पहल एक जुलाई से आधार संख्या की जगह वर्चुअल आईडी प्रणाली के कार्यान्वयन को देखते हुए की गई है। ऐसा होने से मोबाइल ग्राहकों के लिए सीमित केवाईसी प्रणाली संभव हो पाएगा। वर्चुअल आईडी प्रणाली 16 अंकों की एक विशेष लेकिन अस्थायी संख्या है जिसे आधार की जगह सृजित किया जा सकेगा। .
आइरिस व अंगुलियों के निशान से अभी सत्यापन की सुविधा.
' वर्चुअल आईडी के लिए कंपनियों को नेटवर्क में बदलाव का निर्देश .